होम डिलीवरी करने वाले सावधान !
=आर्मी मैन बनकर ठग होम डिलीवरी कराने के नाम पर कर रहे ठगी
- आर्मी का मेजर बनकर ठग ने आर्मी एरिया में मंगवा लिया सामान - ऑनलाइन पेमेंट करने के नाम पर भेजा था शॉप ओनर को लिंकबरेली: कभी अकाउंट बंद, तो कभी एटीएम कार्ड बंद होने के नाम पर ठगी करने की बात तो आम हुई तो अब ठगों ने ठगी का रास्ता बदल लिया। ठगों ने अब आर्मी मैन बनकर ठगी करने के साथ सामान की होम डिलीवरी कराने के नाम पर ठगी शुरू कर दी है। जी हां शहर में ऐसे ही मामले सामने आए हैं। गनीमत रही दोनों ही ठगी का शिकार होने से बच गए। ठग ने आर्मी का अधिकारी बनकर डेली नीड्स शॉप ओनर को कॉल करके होम डिलीवरी कैंट एरिया में मंगवा ली। इसके बाद पेमेंट के नाम पर लिंक भेज कर ओके करने को कहा। जिस पर शॉप ओनर को शक हुआ और लिंक ओके नहीं किया। बल्कि आर्मी मैन से ही बात कराने की बात कही। जिस पर ठग ने अपना मोबाइल ऑफ कर लिया। जबकि दूसरे शॉप ओनर को कॉल की तो वह पहले ही समझ गया। इस तरह दोनों ही ठगी का शिकार होने से बच गए।
मेजर बनकर की बातमेजर कुलदीप सिंह बात कर रहा हूं, मुझे कुछ सामान की होम डिलीवरी करानी है। जी हां ठग ने कुछ इस तरह से शहर के रामपुर गार्डन के एक शॉप ओनर से बात की। शॉप ओनर आर्मी के नाम से ठग को समझ नहीं पाया। ठग ने शॉप ओनर को लंबी चौड़ी लिस्ट व्हाट्सएप पर नोट करा दी और डिलीवरी के लिए बरेली कैंट के सीनियर बिंग स्कूल का एड्रेस दिया। जबकि पेमेंट के लिए जब शॉप ओनर प्रशांत मौर्य ने बात की तो बताया कि ऑनलाइन गूगल पे से पेमेंट दिया जाएगा। इस पर शॉप ओनर प्रशांत अपने दुकान पर काम करने वाले प्रियांशु को लेकर लिस्ट के अनुसार डेली नीड्स का सामान भरकर कैंट के स्कूल पहुंच गए। स्कूल गेट पर कैंट में आर्मी पर्सन ने पूछताछ की तो प्रशांत ने बताया कि मेजर कुलदीप सिंह ने सामान मंगाया है वह डिलीवरी देने आएं है। इसी बीच प्रशांत के पास ठग का कॉल आया उसने बताया कि गूगल पे पर उसने लिंक भेजा है उसे ओके कर दे तो उसका पेमेंट आ जाएगा। लिंक का नाम सुनते ही प्रशांत भांप गए कि यह कोई आर्मी मैन नहीं बल्कि ठग है। इस पर प्रशांत ने ठग से लिंक को ओके करने से मना कर दिया।
पोल खुलने के डर से ऑफ किया फोन
आर्मी मैन से बात कराने की बात सुनते ही ठग समझ गया कि अब वह फंस सकता है और उसकी पोल खुल सकती है। इस पर ठग ने कॉल तुरंत काट दी और फोन ऑफ कर लिया। काफी प्रयास करने के बाद भी ठग का फोन नहीं लगा। इसके बाद आर्मी एरिया से प्रशांत और उनके साथी प्रियांशु वहां से वापस आ गए। प्रशांत ने बताया कि ठग ने उसे आर्मी का मेजर बनकर ठगी की पूरी साजिश की थी, लेकिन वह किसी तरह बच गए। उन्होंने बताया कि मेजर कुलदीप सिंह बनकर कॉल करने वाले ने व्हाट्सएप डीपी पर भी आर्मी की बर्दी वाली पिक लगा रखी है। जिससे वह समझ नहीं पाए कि यह कोई ठग हो सकता है। ऊपर से ठग ने होम डिलीवरी के लिए जो एड्रेस दिया वह भी शहर के कैंट में एक स्कूल का दिया। जिस पर वह सामान की डिलीवरी करने के लिए चले गए। लेकिन लिंक ओके कराने की बात पर शक हो गया, कि यह जरूर कोई ठग है। 30 हजार का आर्डर किया सामानआर्मी का अधिकारी बनकर डेली नीड़्स का सामान मंगाने वाले ने करीब 30 हजार रुपए का ऑर्डर दिया था। सामान अधिक होने के चलते शॉप ओनर खुद की कार से सामान की डिलीवरी देने के लिए निकल गए, लेकिन हकीकत का पता चला तो वह वह भी चौंक गए कि ठग अब किस तरह से नए नए फंडे अपना रहे हैं।