बवाल के बाद अब पुलिस का एक्शन
-भाजपा नेताओं समेत 16 को जेल
-फतेहगंज पश्चिमी में शुक्रवार को रही शांति, नहीं खुला कस्बे का बाजार -पुलिस ने किया फ्लैग मार्च, शुक्रवार को डटे रहे पुलिस अधिकारी BAREILLY: फतेहगंज पश्चिमी में बवाल के बाद अब पुलिस का एक्शन देखने में नजर आ रहा है। पुलिस ने बवाल में अब तक ख्8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बीजेपी नेताओं समेत एक दर्जन उपद्रव करने वाले और मांस फेंकने वाले ब् लोगों समेत क्म् लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। इसके अलावा एक दर्जन लोगों का शांतिभंग में चालान किया गया है। हालांकि दूसरे दिन कस्बे में शांति रही। फोर्स ने कस्बे में फ्लैग मार्च किया। डीएम और एसएसपी ने भी मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया। देर से पुलिस के एक्शन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ब्00 आरोपियों पर दर्ज हुई थी एफआईआरवेडनसडे को फतेहगंज पश्चिमी में चौकी के पीछे स्थित धार्मिक स्थल पर प्रतिबंधित मांस फेंके जाने को लेकर माहौल बिगाड़ा गया था। इस मामले में पुलिस ने बीजेपी पंचायत प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष चक्रवीर सिंह चौहान की तहरीर पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। थर्सडे को आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर बवाल ज्यादा बढ़ गया था। पुलिस पर हमला, पथराव, फायरिंग, जाम के बाद पुलिस ने किसी तरह स्थिति पर काबू पाया था। पुलिस ने इस मामले में बीजेपी लीडर्स समेत ख्भ् नामजद समेत ब्00 अज्ञात खुराफातियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
सामान्य होने लगे हालात कस्बे में स्थिति को देखते हुए नगर में आरआरएफ, पीएसी और पुलिस तैनात है। कस्बे के हालात भी अब सामान्य होने लगे हैं। फ्राइडे को किसी भी तरह का कोई बवाल नहीं हुआ। अधिकारियों ने फ्लैग मार्च कर लोगों को सिक्योरिटी के प्रति आश्वस्त भी किया। डर के चलते मार्केट भी पूरी तरह से बंद रहा। सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। फतेहगंज पश्रि्वमी में अब माहौल शांत है। सुरक्षा के मद्देनजर फोर्स तैनात है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है। खुराफातियों से सख्ती से निबटा जाएगा। धर्मवीर सिंह यादव, एसएसपी पुलिस की लापरवाही से बढ़ा बवालफतेहगंज पश्चिमी में हुए बवाल के कस्बे के लोग पुलिस को ही जिम्मेदार मान रहे हैं। क्योंकि पुलिस ने खुराफात करने वाले आरोपियों को वेडनसडे रात ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन इसका खुलासा नहीं किया। लिहाजा, पब्लिक को गिरफ्तारी की खबर मिल जाती तो शायद बवाल इतना बड़ा न बनता और पुलिस को पत्थर न खाने पड़ते।
सुभाषनगर थाना में रखा था छुपाकर पुलिस ने चारों खुराफातियों को सिटी के सुभाषनगर थाना की हवालात में छिपाकर रखा था। उन्हें फ्राइडे दोपहर तक रखा गया और फिर चुपचाप जेल भेज दिया लेकिन आई नेक्स्ट ने खुराफातियों की तलाश कर ली। सुभाषनगर पुलिस ने भी किसी को कानो कान खबर नहीं लगने दी कि जिन आरोपियों की वजह से फतेहगंज पश्चिमी कस्बा जल रहा था वो उनके थाने में बंद हैं। थाना पुलिस ने यह सब पुलिस अधिकारियों के निर्देश के तहत किया। इस विवाद के लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार है। पहले दो बार हुई घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया और तीसरी बार भी ऐसा ही किया गया। जगदीश गंगवार, व्यापारी यदि पुलिस ने आरोपी पकड़ लिए थे तो उनका खुलासा भी कर देते। यदि समय रहते यह किया जाता तो बवाल नहीं होता। बीडी पाल, टीचर पुलिस ने जमकर किया तांडवबवाल शांत होने के बाद पुलिस ने रात भर तांडव किया। पुलिस ने घरों में जाकर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तोड़फोड़ की। नामजद बीजेपी लीडर्स के घर भी दबिश दी गई। पुलिस ने महिलाओं के साथ भी मिसबिहेव किया और घरों में रखा सामान तोड़ दिया और वाहनों को भी पलट दिया। फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने बीजेपी महिला मोर्चा की मंत्री ममता गंगवार, पंचायत प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष चक्रवीर सिंह चौहान, गंगा स्वच्छता अभियान के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अजय सक्सेना समेत कई भाजपा नेताओं पर मुकदमा दर्ज किया था। इसमें चक्रवीर चौहान पहले वादी थे लेकिन बाद में वह भी आरोपी बन गए। उन्होंने ने ही खुराफातियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी।
महिलाओं से भी की अभद्रतारात में पुलिस ने चक्रवीर सिंह के यहां दबिश दी। वह तो घर पर नहीं मिले लेकिन पुलिस ने उनकी मां पूर्व जिला पंचायत सदस्य विनोद देवी से अभद्रता की और घर का दरवाजा तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस निजी स्कूल के प्रबंधक एवं गंगा स्वच्छता अभियान के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अजय सक्सेना के घर पहुंची। घरवालों के दरवाजा खोलने से पहले ही पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हो गई। दरवाजे के पास ही खड़ी कार का कांच डंडा मारकर तोड़ दिया। इसके अलावा भी अन्य सामान तोड़ दिया। अजय के घरवालों का आरोप है कि पुलिस ने उन लोगों से अभद्रता भी की। इसके बाद पुलिस टीम महिला मोर्चा की जिला मंत्री ममता गंगवार के यहां भी पहुंची लेकिन वह नहीं मिलीं तो वापस लाैट गई।
चार करोड़ का कारोबार चौपट तीन दिन से बवाल के चलते बंद दुकानों से करीब चार करोड़ कारोबार चौपट हो गया। व्यापारियों का कहना है कि मकर सक्रांति पर होने वाली अच्छी बिक्री पर भी पूरी तरह से रोक लग गई। कस्बे में सराफा, कपड़ा, दवाई और रोजमर्रा के प्रयोग का अच्छा खासा बाजार है। यहां आसपास के गावों के लोग भी शापिंग करने आते हैं। सब्जीमंडी लगी तो मची लूट शुक्रवार पुलिस चौकी के नजदीक सब्जी विक्रेताओं ने डरते हुए अपने फड़ लगाए तो जैसे सब्जी खरीदने वालों की लूट मच गई। घरों से निकले लोगों ने सब्जी की जमकर खरीदारी की। बैंक खुला पर नहीं पहुंचे ग्राहक नगर में शुक्रवार को बैंक तो खुले लेकिन उनका शटर आधा गिरा हुआ ही रहा। इस पर एसडीएम मीरगंज कुंवर पंकज ने बैंकों में जाकर शटर खुलवा दिए और सामान्य तरीके से काम करने को कहा। इसके बाद बैंक तो पूरी तरह से खुल गए लेकिन ग्राहक वहां से नदारद ही रहे। नगर में दुकानें सराफा - भ्भ् दवाई - भ्0 कपड़े - ख्भ् किराना - फ्0 फुटवियर - क्भ् नगर में प्रतिदिन करीब एक करोड़ रुपये का कारोबार होता है। साप्ताहिक बाजार के दिन यह दोगुना तक पहुंच जाता है। तीन दिन से पूरा बाजार बंद है। व्यापारियों को इससे तगड़ा झटका लगा है। - मुहम्मद हसनैन अंसारी, उपाध्यक्ष आल इंडिया उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल दोबारा किया बवाल तो देने होंगे पांच लाख खुराफातियों पर लगाम कसने के लिए पुलिस ने पांच लाख के मुचलके से एक दर्जन लोगों को पाबंद किया है। सभी का शांति भंग में चालान किया गया था और मुचलका भरने के बाद ही जमानत पर एसडीएम मीरगंज कुंवर पकंज ने रिहा किया था। दोबारा बवाल करने पर सभी से पांच लाख का जुर्माना वसूला जाएगा।