स्कॉलरशिप के लिए अब आधार कार्ड जरूरी
- स्कॉलरशिप में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए कदम उठाया जा रहा है
- यूजीसी ने पहले डीबीटी स्कीम के तहत जोड़ने के दिए थे निर्देश BAREILLY: हायर एजुकेशन गेन करने वाले स्टूडेंट्स को अब बिना आधार कार्ड के स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी। यूजीसी के बाद अब स्टेट गवर्नमेंट ने भी स्टूडेंट्स को मिलने वाली स्कॉलरशिप को डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजना से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। स्टेट की हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने इसके आदेश भी जारी कर दिया है। अब स्कॉलरशिप का लाभ लेने वाले स्टूडेंट्स को अपने बैंक अकाउंट को आधार कार्ड से लिंक करना होगा। यह भी हो सकता है कि जिन स्टूडेंट्स के पास आधार कार्ड ना हो वे स्कॉलरशिप से वंचित रह जाएं। स्टूडेंट्स को मिलने वाली स्कॉलरशिप की व्यवस्था में फर्जीवाड़े को रोकने और इसे और पारदर्शी बनाए जाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। पहले यूजीसी ने उठाया कदमपिछले एक वर्ष से सेंट्रल गवर्नमेंट फेलोशिप और स्कॉलरशिप समेत ऐसे तमाम स्कीम्स के तहत मिलने वाली स्कॉलरशिप को डीबीटी से जोड़ने का प्रयास कर रही है। यूजीसी ने गत क्ब् जनवरी को सभी यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज को नोटिस जारी कर स्टूडेंट्स को मिलने वाली फेलोशिप की योजना को डीबीटी से जोड़ने के निर्देश दिए थे। इसके तहत अब स्टूडेंट्स को फेलोशिप सीधे उनके खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इससे पहले फेलोशिप एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के खाते में आती थी। फिर उसे स्टूडेंट्स के खाते में ट्रांसफर की जाती थी या फिर स्टूडेंट्स को चेक प्रोवाइड कराया जाता था। डीबीटी स्कीम के तहत स्टूडेंट्स को सीधे लाभ दिया जाएगा।
स्टेट गवर्नमेंट को भी उठाना पड़ा यूजीसी के बाद स्टेट गवर्नमेंट को भी स्कॉलरशिप की स्कीम्स को डीबीटी योजना से जोड़ने की मजबूरी बन गई। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने अब इसके लिए आदेश जारी कर दिया है। इसके तहत जो भी स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप का लाभ पाते हैं उनका बैंक अकाउंट का खाता आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा। ऐसे में अब स्टूडेंट्स के लिए आधार कार्ड कंपलसरी हो जाएगा। स्टेट गवर्नमेंट की स्कॉलरशिप स्कीम्स के तहत जिन स्टूडेंट्स की सालाना पारिवारिक आय ख् लाख रुपए से कम है उन्हें इसका लाभ दिया जाता है। एससी व एसटी स्टूडेंट्स को तो जीरो फीस पर एडमिशन दिया जाता है। फर्जीवाड़ा रोकने की ही मंशाइस योजना को लागू करने के पीछे स्कॉलरशिप की योजना में व्याप्त फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने की मंशा है। इस योजना में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा होता है। समाज कल्याण विभाग से स्कॉलरशिप दी जाती है। कई बार ऐसे केसेज आते हैं जब कॉलेजेज फर्जी स्टूडेंट्स की लिस्ट बनाकर स्कॉलरशिप ऐंठ लेते हैं। यहीं नहीं तमाम ऐसी कंप्लेन आती हैं जिसमें स्टूडेंट्स को उनकी पूरी स्कॉलरशिप की राशि नहीं दी जाती। विभाग और कॉलेज स्तर पर एक मोटा हिस्सा घूस में चला जाता है। माना जा रहा है कि ऐसे तमाम अनियमितताओं पर लगाम लगाई जा सकेगी।