स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर हुआ फैसला
- स्कूलों में गार्ड के साथ ही सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे
- वेरिफिकेशन के बाद ही स्कूली वाहन चला सकेंगे चालक BAREILLY: स्कूली बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना जिम्मेदार व्यक्ति को भारी पड़ सकता है। स्कूल मैनेजमेंट, स्कूली वाहन ऑनर व आरटीओ डिपार्टमेंट अपनी जिम्मेदारियों से भाग नहीं सकेंगे। स्कूली बच्चों की सेफ्टी को देखते हुए थर्सडे को एडमिनिस्ट्रेशन ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। मीटिंग में स्कूलों में गार्ड और सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया। सुरक्षा को लेकर मीटिंग कलेक्ट्रेट सभागार में एडमिनिस्ट्रेशन ने स्कूल मैनेजमेंट, आरटीओ, बीएसए, डीआईओएस और स्कूली वाहन ओनर्स की मीटिंग हुई। मीटिंग की अध्यक्षता एडीएम सिटी आलोक कुमार ने किया। स्कूल मैनेजमेंट को यह निर्देश दिए गए कि, हर हाल में स्कूल में सीसीटीवी कैमरे लगाए। वहीं मेन गेट पर सिक्योरिटी गार्ड तैनात करने को कहा गया। ऑटो चालकों का वेरिफिकेशनएडीएम सिटी ने कहा कि वाहनों में सीट से अधिक बच्चे पाए जाते हैं तो वाहन ओनर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शहर में बच्चों को कैरी कर रहे करीब क्ख्00 ऑटो के अलावा बाकी वाहन ओनर्स की डिटेल, चालक का नाम, कांटैक्ट नंबर, एड्रेस और वाहन का कागज की जानकारी स्कूल मैनेजमेंट के पास जमा होना जरूरी है। ऑटो चालकों का वेरिफिकेशन भी किए जाएंगे।
अनदेखी से पेरेंट्स फोरम नाराज मीटिंग में भले ही सारे फैसले बच्चों की सुरक्षा को लेकर हुए, लेकिन मीटिंग से पेरेंट्स फोरम के लोग नाराज दिखे। फोरम के कंवीनर एडवोकट मोहम्मद खालिद जीलानी का कहना है कि, मीटिंग में पेरेंट्स फोरम के सदस्यों का होना बेहद जरूरी था। जिनके बच्चों की सुरक्षा की बात की जा रही है उन्हें इस मीटिंग से दूर रखा गया है।