- आरसेटी में ट्रेनिंग लेने के बाद 1,448 लोगों को नहीं मिला रोजगार

-बैंकों में ट्रेनिंग लेने वाले 45 लोगों के लोन के आवेदन हैं लम्बित

- एडीएम ई ने नाराजगी जाहिर कर आवेदन का निस्तारण करने को कहा

BAREILLY:

रूरल सेल्फ इम्प्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आरसेटी) में ट्रेनिंग लेने के बाद भी बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। अब तक ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके सैकड़ों लोग रोजगार के लिए भटक रहे है। बैंकों में लोन के लिए अप्लाई करने के बाद भी बैंकों से लोन स्वीकृत नहीं हो पा रहे हैं। लोन के दर्जनों अप्लीकेशन विभिन्न बैंकों में लंबित हैं। इस बात का खुलासा सैटरडे को कलेक्ट्रेट सभागार में आरसेटी की हुई बैठक में हुआ। बैठक की अध्यक्षता एडीएम ई अरूण कुमार ने किया। इनका कहना था कि, जिन बेरोजगारों को आरसेटी में ट्रेनिंग दिया जा चुका है उन्हें बैंकों से लोन की सुविधा उपलब्ध कराकर स्वरोजगार स्थापित कराया जाना आवश्यक है। तभी योजना का उद्देश्य पूरा होगा।

फ्ब्8म् लोगों को दी जा चुकी ट्रेनिंग

बरेली डिस्ट्रिक्ट में आरसेटी के फ्0 मार्च को शुरू हुए संचालन के बाद से अब तक क्क्8 बैचेज में फ्ब्8म् लोगों को ट्रेनिंग दी गई है। इसमें ख्0फ्8 लोगों को रोजगार दिया जा सका है। आरसेटी के माध्यम से गांव और ब्लॉक स्तर पर लोगों को मोबाइल रिपेयरिंग, डेयरी, मत्स्य पालन, सिलाई, कढ़ाई जैसे तमाम तरह की ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके ब्भ् लोगों के आवेदन बैंकों लम्बित है। इस बात पर एडीएम ई अरूण कुमार ने नाराजगी जाहिर किया। इन्होंने लम्बित सभी मामलों को शीघ्रता से निस्तारण करने के निर्देश बैंकों को दिया।

लम्बित मामलों की मांगी लिस्ट

लीड बैंक के मैनेजर एमएम श्रीवास्तव ने बैठक के दौरान लम्बित आवेदकों की लिस्ट सौंपने को कहा। ताकि, रिलेटेड बैंक और ब्रांच से बात कर तत्परता के साथ आवेदकों का निस्तारण किया जा सके। परियोजना अधिकारी ग्राम्य विकास विभाग साहित्य प्रकाश मिश्र ने महिलाओं को ब्लाक स्तर पर ही डेयरी कार्य व जरीजरदोजी का ट्रेनिंग देने की बात बैठक के दौरान कही। ताकि, मैक्सिमम महिलाओं को आत्म निर्भर बन सके। बैठक के दौरान बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान के डायरेक्टर दुर्गेश सौरखिया, ग्रामीण विकास मंत्रालय के स्टेट प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर एनसी शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive