आचार संहिता से रुका बरेली का 'डेवलपमेंट'
आचार संहिता लागू, 7.50 करोड़ रुपए के निर्माण कार्यो पर लगी रोक
निगम की लापरवाही बनी करोड़ों के टेंडर रद्द होने की वजह BAREILLY: नगर निगम के अफसरान की लापरवाही का खामियाजा एक बार फिर शहर की पब्लिक को भुगतना पड़ेगा। अफसरों की हीलाहवाली के चलते शहर में अगले कुछ महीने तक करोड़ो रुपए के निर्माण कार्यो पर पूरी तरह ब्रेक लग गए हैं। वेडनसडे से आचार संहिता लागू हो जाने से साढ़ सात करोड़ रुपए के नए निर्माणकार्यो के टेंडर ही पास न किए जा सकें। पिछले कुछ दिनों से आचार संहिता लागू होने के बराबर आसार बन रहे थे। बावजूद इसके निगम के जिम्मेदार समय रहते करोड़ों के टेंडर शुरू कर पाने में फिसड्डी रहे। धरी रह गई तैयारीवेडनसडे को शहर के जोन क्, ख्, फ् व ब् में नए निर्माण कार्यो के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होनी थी। सुबह क्0 बजे से ही निगम के अधिकारी टेंडर प्रोसेस शुरू करने की तैयारियों में जुटे थे। लेकिन इलेक्शन कमीशन की ओर से लोकसभा चुनाव कार्यक्रम जारी करने और देश भर में आचार संहिता लागू होने की वजह से यह रद्द कर दी गई। मंडे को टेंडर प्रोसेस में हुई लेटलतीफी पर ठेकेदारों में नाराजगी भी थी। ठेकेदारों के मुताबिक दोपहर फ् बजे की समय सीमा होने के बावजूद टेंडर प्रोसेस शाम भ् बजे तक चलती रही थी।
क्ब्0 निर्माण कार्यो पर लगा अड़ंगा करोड़ों के टेंडर प्रोसेस को निगम की लापरवाही का डंक लगने से शहर भर में कुल क्ब्0 नए निर्माण कार्यो पर अड़ंगा लगा है। टेंडर प्रोसेस रद्द होने से शहर के जोन क् व ख् में कुल क्08 निर्माण कार्य प्रभावित हुए हैं, जिनकी लागत भ् करोड़ रुपए है। इन निर्माण कार्यो से रोड, सीवर, नाली व खड़ंजा बनवाया जाना था। वहीं जोन फ् व ब् में ढाई करोड़ रुपए की लागत से कुल फ्ख् नए निर्माण कार्यो को पूरा किया जाना था। फिलहाल नई लोकसभा के गठन तक इन निर्माणकार्यो को शुरू नहीं कराया जा सकेगा। रोड व टाइल्स से जुड़े कुछ टेंडर वेडनसडे को किए जाने थे। आचार संहिता लागू होने से इन टेंडर को रद्द करना पड़ा। अब चुनाव के बाद ही टेंडर प्रोसेस को शुरू कर निर्माण कार्य पूरे कराए जाएंगे। - गयूर अहमद, एक्सईएन