आज 'बैंड-बाजा बारात' की धूम
'आज मेरे यार की शादी है''आज मेरे यार की शादी है' पर ठुमका तो कहीं 'ये देश है वीर जवानों का' पर डांस। कुछ ऐसा ही नजारा शाम ढलते ही सिटी की सड़कों पर आज दिखेगा। देवोत्थान एकादशी के शुभ मुहूर्त पर सैटरडे मैरिज डे में तब्दील होता दिख रहा है। असल में हिंदू मैथोलॉजी में ये तिथि बेहद शुभ और स्पेशल मानी जाती हैं। इस दिनपरिणय बंधन में बंधना वर वधू के भविष्य के लिए बेहद शुभ माना जाता है। यहीं कारण है कि बरेली के सभी लॉन, बैंक्वेट हॉल, होटल्स की महीनों पहले बुकिंग हो चुकी है, वो भी डबल रेट पर। बैंड और केटरिंग बिजनेस से जुड़े लोगों की भी चांदी है।अप्रैल में ही हो गई थी booking
शहर में लगभग 125 बैंक्वेट हॉल हैं। 40 से ज्यादा धर्मशाला हैं। इसके अलावा स्कूल के हॉल में भी शादियों की बुकिंग होती है। सोर्सेज के मुताबिक, देवोत्थान एकादशी पर बरेली में 350 से ज्यादा शादियां होने वाली हैं। इंट्रेस्टिंग बात यह है कि इस दिन शादी के लिए नामचीन बैंक्वेट हॉल्स की बुकिंग अप्रैल और मई से ही होने लगी थीं। यही कारण है कि कई फैमिलीज का इस शुभ मुहूर्त के इंतजार में 'चट मंगनी पट ब्याहÓ वाला कॉन्सेप्ट फेल हो गया है। -नीशू खुराना, शेर-ए-पंजाब केटरिंग शहर के सभी वेडिंग प्वॉइंट्स की बुकिंग महीनों पहले से होने लगती है। इस तिथि पर सबसे ज्यादा मारामारी होती है। -भूपेंद्र सिंह, सुहाग वेडिंग प्वाइंट भारी संख्या में शादियों को देखते हुए हमने व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है। जहां भी कंजेस्टेड रोड मिलेगी, वहां जाम की स्थिति से निपटने के लिए ट्रैफिक डायवर्ट किया जाएगा। -डीपी श्रीवास्तव, एसपी टै्रफिक
Band का double हुआ rateबैंड वाले इस मुहूर्त पर जमकर चांदी काटते हैं। ज्यादा बुकिंग के चलते वे इस दिन डबल चार्ज लेते हैं। बैंड वाले इस दिन 3 से 4 शिफ्ट में बुकिंग ले रहे हैं। 7 से 9 बजे, 9 से 11 और फिर इसके बाद। अगर रेट पर ध्यान दें तो औसतन 18 से 20 हजार रुपये में बुक होने वाले बैंड इस दिन 35 से 40 हजार रुपए तक वसूल रहे हैं।फूल की जबरदस्त demandफूल मंडी एसोसिएशन के राकेश बताते हैं कि देवोत्थान एकादशी पर फूल की डिमांड में भी इजाफा होता है। पूजा से लेकर सजावट तक के लिए फूलों की जरूरत होती है। ऐसे में इस मुहूर्त पर करीब एक क्विंटल फूलों की डिमांड बढ़ जाती है। वो भी तब जब परमानेंट सजावट वाले मंडपों की वजह से फूलों की सजावट का ट्रेंड कम हो गया है। हालांकि राकेश के मुताबिक, फ्लॉवर्स के रेट में इजाफा नहीं हुआ है। Dairy product, सब्जियां महंगी
केटरिंग बिजनेस में भी देवोत्थान एकादशी पर बूम आ जाता है। सिटी में केटरिंग बिजनेस में 30 से 40 केटरर्स वर्क कर रहे हैं। सोर्सेज के मुताबिक, इस मुहूर्त पर ज्यादा शादियां होने की वजह से खाने की प्लेट का रेट बढ़ जाता है। कारण ये है कि खोया, दूध, सब्जियां और पनीर जैसे फूड आइटम महंगे हो जाते हैं। दूध जो नॉर्मल डेज में 20 से 25 रुपए प्रति लीटर के भाव मिलता है, इस दिन 35 से 40 रुपए प्रति लीटर हो जाता है। 160 रुपए में बिकने वाला खोया 220 रुपए का हो गया है। देवोत्थान तिथि का महत्वहिंदू मैथोलॉजी में देवोत्थान का विशेष महत्व है। आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष में देव शयनी आती है। इस तिथि को भगवान नारायण सो जाते हैं। इसके बाद भगवान नारायण देवोत्थान तिथि पर नींद से जागते हैं। ये मान्यता है कि भगवान के जागने के बाद उनका पहला आशीर्वाद इस दिन परिणय सूत्र में बंधने वाले जोड़ों को मिलता है। उन पर नारायण की विशेष कृपा होती है। ये तिथि सभी मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त मानी जाती है।बेहद शुभ हैं ये मुहूर्त-बसंत पंचमी -देवोत्थान एकादशी -भड़ली नवमी-शरद पूर्णिमा -अक्षय तृतीया बरतें सावधानी-शाम को रश ज्यादा होगा इसलिए पहले से प्लानिंग कर लें। -अगर खरीदारी के लिए निकलना है तो दिन में शॉपिंग कर लें। -बैंक्वेट हॉल और शादी के स्पॉट पर गाडिय़ां रो में ही खड़ी करें।
-टाइम से बारात निकाली जाए और रोड जाम की स्थिति से बचें। देवोत्थान एकादशी के लिए महीनों पहले से बुकिंग होने लगती है। हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है सभी कस्टमर्स को सैटिस्फाई करना। इस दिन बुकिंग बहुत होती हैं। इसलिए इस तिथि पर हम शिफ्ट बढ़ाकर काम करते हैं। -इशरार अहमद, जेबी बैंड विष्णु पुराण में इस तिथि का विशेष महत्व है। भगवान की नींद इस दिन टूटती है। मान्यता है कि इस दिन जगने के बाद भगवान तरोताजा महसूस करते हैं। ऐसे दिन विवाह करने वाले वर वधू पर भगवान की विशेष कृपा रहती है। -पं। श्रीकांत शर्मा ये ऐसी तिथि है, जिस पर सभी मांगलिक कार्य हो सकते हैं। खास बात ये है कि ये तिथि अनपुछ की श्रेणी में आती है। इसका मतलब ये है कि इस दिन आयोजन करने के लिए किसी से पूछना जरूरी नहीं होता है। -पं। सुभाष गौढ़ इस दिन के लिए लगभग 50 लोग हमसे केटरिंग के लिए संपर्क कर चुके हैं। सीमित स्टाफ के चलते हम सिर्फ कुछ को ही संतुष्ट कर पा रहे हैं। डेयरी प्रोडक्ट, वेजीटेबल और जल्दी खराब होने वाले आइटम इस तिथि पर सबसे ज्यादा महंगे हो जाते हैं।