83 परसेंट छात्राओं का गोल्ड मेडल पर कब्जा
बरेली (ब्यूरो)। एमजेपीआरयू का 20वां कॉन्वोकेशन 29 दिसम्बर को अटल सभागार में मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की। कार्यक्रम के चीफ गेस्ट आईआईटी गांधीनगर के डायरेक्टर रजत मूना रहे। स्पेशल गेस्ट इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी यूपी सरकार के योगेन्द्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी और सांसद संतोष कुमार गंगवार रहे। एमजेपीआरयू के कॉन्वोकेशन में जिन 84 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिए गए, उनमें 70 छात्राएं शामिल रहीं, जबकि 14 छात्र शामिल रहे। यानि 83 परसेंट गोल्ड मेडल पाने वाली गल्र्स रहीं।
तालियों से गूंजा सभागार
कॉन्वोकेशन में गोल्ड मेडल पाने वालों में 83 प्रतिशत छात्राएं और 17 प्रतिशत छात्र रहे। छात्राओं की इस उपलब्धि पर अटल सभागार तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। छात्राओं के श्रेष्ठ प्रदर्शन पर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी शिक्षा के आंकड़े प्रस्तुत करके मुहर लगा दी। उन्होंने कहा कि तीन दशकों में यूपी बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा के लिए पंजीकरण कराने वाली लड़कियों की संख्या दोगुनी हो गई है। च्च्च शिक्षा निदेशालय की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के कॉलेजों, विश्वविद्यालयों में छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक हो गई है। पिछले चार वर्षों में उच्च शिक्षा के लिए नामांकन कराने वाली लड़कियों की संख्या में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। राज्यमंत्री ने कहा कि देश में उच्च शिक्षा के सबसे ज्यादा संस्थान 7,078 उत्तर प्रदेश में है। उच्च शिक्षा के संस्थानों का 18.54 फीसदी हिस्सा केवल हमारे प्रदेश का है। रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश को उच्च शिक्षा में देश का नंबर एक राज्य बताया गया। यहां उच्च शिक्षा में 45.92 लाख छात्र रजिस्टर्ड हैं।
महिला शिक्षा में बढ़ोतरी होने का श्रेय माता-पिता के ²ष्टिकोण में बदलाव की वजह से हुआ है। अब लड़कियों को बेहतर सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना, इसका एक और कारण है। पहले, ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले माता-पिता विशेष रूप से लड़कियों को शिक्षित करने के मामले में उदासीन थे।