राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलझे 32,089 मामले
बरेली( ब्यूरो) । कलेक्ट्रेट के साथ तहसील क्षेत्र में राष्ट्रीय लोक अदालत का सैटरडे को आयोजन हुआ। शहर के कोर्ट परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायाधीश रेणु अग्रवाल के निर्देशन में किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत का इनॉग्रेशन प्रभारी जनपद न्यायाधीश अपर जिला जज प्रथम सुनील कुमार वर्मा ने किया। राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक अधिकारियों, विभिन्न बैंकों, बीमा कंपनियों के अधिकारियों, अधिवक्ताओं एवं पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया एवं लंबित वादों का निस्तारण भी कराया।
लंबित वादों का निस्तारण कराया
नोडल अधिकारी अपर जिला जज इफ्तेखार अहमद ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से विभिन्न न्यायालयों के 8637 वादों का निस्तारण किया गया। जिसमें सिविल प्रकृति के 1013 वाद, मोटर दुर्घटना प्रतिकर के 168 वाद, पारिवारिक मामलों के 163 वाद, फौजदारी के 4504 वाद तथा विभिन्न राजस्व न्यायालयों के 20458 वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौते व अभिस्वीकृति के आधार पर किया गया। मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों में प्रतिकार की धनराशि 7,57,47,000 रुपये, फौजदारी वादों में अर्थदंड के रूप में 14,37,640 रुपए वसूल की गई तथा दूरसंचार विभाग के 62 वादों का निस्तारण कर 1,02,033 रुपये की धनराशि वसूल की गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सत्येन्द्र सिंह वर्मा ने बताया कि लोक अदालत के आयोजन में कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए जजी परिसर में 4 जगह बैंकों के कैम्प लगाए गए, जिसमें विभिन्न बैंकों ने बैंक ऋण से संबंधित 2311 वादों का निस्तारण किया गया। कुल ऋण धनराशि 11,07,00,000 रुपये वसूल की गई।
प्राधिकरण सचिव ने अवगत कराया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल समझौता धनराशि 22,39,88,821 रुपये रही। 2948 ट्रैफिक चालानों का निस्तारण करते हुए 15,10,115 रुपये की जुर्माना धनराशि वसूल की गई। पारिवारिक न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश हरीश त्रिपाठी, अपर प्रधान न्यायाधीश शैलौज चंद्रा व कविता निगम ने लोक अदालत में कुल 42 दंपतियों का पुनर्मिलन कराया गया। लोक अदालत में वाद कारियों की सुविधा के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की हेल्प डेस्क भी स्थापित की गई। जिसमें आने वाले वादकारियों को असुविधा से बचाने के लिए ई चालानों तथा अन्य लंबित मामलों के संबंध में जानकारियां हेल्प डेस्क पर मौजूद कर्मचारियों से प्रदान कराई गई। राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में समस्त न्यायिक अधिकारियों, बैंक-बीमा कंपनी के अधिकारियों, अन्य न्यायिक कर्मचारी भी मौजूद रहे।
यह भी रहे मौजूद
इस अवसर पर अपर जिला जज सत्यदेव गुप्ता, रचना अरोड़ा, अंगद प्रसाद, इफ्तेखार अहमद, अब्दुल कय्यूम, अमित सिंह, तबरेज अहमद, उत्कर्ष यादव, प्रमोद गुप्ता, शिव कुमार, हरी प्रसाद, सीजेएम अतुल चौधरी, सिविल जज हरिश्चन्द्र, मृदांशु कुमार, श्वेता यादव, एसीजेम विष्णु देव सिंह, सत्य प्रकाश आर्या, आशुतोष, देवेंद्र कुमार, विमलेश सरोज तथा रेलवे मजिस्ट्रेट विवेक सिंह व एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह उपास्थित रहे।