300 बैड हॉस्पिटल में 150 का दावा, 31 की सैंपलिंग
बरेली (ब्यूरो)। शासन की गाईडलाइन के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से सैैंपलिंग की संख्या नहीं बढ़ाई जा रही है। 300 बेड अस्पताल की ओपीडी में हर दिन 150 सैैंपलिंग का दावा किया जा रहा है। लेकिन, जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम जमीनी हकीकत जानने अस्पताल पहुंची तो सच्चाई कुछ और ही निकली। दरअसल तीन सौ बेड अस्पताल में ट्यूजडे को मात्र 30 व मंडे को 70 सैैंपलिंग की गईं। इसके साथ ही वहां आने वाले पेशेंट्स के पर्चे पर कोविड टेस्ट लिखने भर से खानापूर्ति की जा रही है। पेशेंट्स दवा लेकर बिना सैैंपलिंग कराए ही चले जा रहे हैैं। स्थिति यह है कि न तो वहां पहुंचने वाले पेशेंट्स इसको लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं, न ही चिकित्सक इस पर ध्यान देना उचित समझ रहे हैं।
पर्चे पर लिखी जा रहीं सैैंपलिंग
300 बेड अस्पताल में ट्यूजडे को करीब 450 पेशेंट्स पहुंचे। इनमें से फिजीशियन के पास पहुंचने वालों की संख्या 120 रही। फिजीशियन डॉ। सतीश चंद्रा ने बताया कि सर्दी के मौसम में खांसी, जुकाम, बुखार के पेशेंट्स आ रहे हैैं। इसके साथ ही ओपीडी में अन्य चिकित्सकों द्वारा भी कोविड सैैंपलिंग के लिए लिखा जा रहा है। उसके बाद भी 300 बेड अस्पताल में दोपहर दो बजे तक मात्र में 30 लोगों की सैैंपलिंग की गई थी।
रियलिटी चैक के दौरान पता चला कि अस्पताल में आने वाले पेशेंट्स के लिए भले ही डॉक्टर्स द्वारा पर्चे पर कोविड जांच लिखी जा रही हो। लेकिन, अधिकांश पेशेंट्स बिना जांच कराए दवा लेकर जा रहे हैैं। ऐसा इसलिए क्योंकि डॉक्टर्स द्वारा लिखने के बाद भी कोविड टेस्ट नहीं किया जा रहा है। इसके साथ ही टेस्ट कराया गया या नहीं इसकी जानकारी भी चिकित्सकों द्वारा नहीं ली जा रही है। ये हैं निर्देश
सीएमओ की ओर से 22 दिसंबर को जारी की गई गाइडलाइन में स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले बुखार, जोड़ों में दर्द, सिर में दर्द, गर्दन मेंं दर्द, रीढ़ की हड्डी में दर्द व निमोनिया से ग्रसित रोगियों की आरटीपीसीआर व एंटीजन टेस्ट अवश्य करने के निर्देश दिए गए हैैं।
दिव्यागों के लिए लगाई गईं चेयर्स
फोटो 300 बेड नाम से है
डॉ। अकीक ने बताया कि तीन सौ बेड अस्पताल में दिव्यांगों को हो रही परेशानी को ध्यान में रखते हुए पर्चे वाली लाइन में चेयर्स को लगा दिया गया है। साथ ही दिव्यांग के लिए अलग से चेयर्स रिजर्व कर दी गई हैैं। अस्पताल आने वाले लोगों को परेशानी न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है।
शासनादेश के बाद से ओपीडी में आने वाले बुखार, खांसी आदि के पेशेंट्स के लिए कोविड टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैैं। सभी ऐसे पेशेंट्स के लिए लगातार कोविड टेस्ट लिखे जा रहे हैैं। इसके साथ ही हमारे यहां हर दिन 150 लोगों की कोविड सैंपलिंग की जा रही है।
-डॉ। अकीक, चिकित्सा प्रभारी