देर से जमा किया कक्षा 9 का रजिस्ट्रेशन फार्म

हाईकोर्ट के अधीन मामले में एक साल बाद रिलीज किया जायेगा 243 बच्चों का दसवीं का रिजल्ट

BAREILLY:

स्कूल की लापरवाही के चलते ख्ब्फ् स्टूडेंट्स का एक साल बर्बाद हो गया। भोजीपुरा के दलपतपुर स्थित स्वामी विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रबंधन ने कक्षा 9 के इन छात्रों का रजिस्ट्रेशन समय से नहीं कराया। नतीजा यह रहा कि हाईस्कूल का एग्जाम देने के बाद भी छात्रों का रिजल्ट बोर्ड ने रोक दिया। हालांकि, हाईकोर्ट ने पिछले दिनों इन छात्रों के रिजल्ट घोषित करने का निर्देश तो दे दिया है, लेकिन इन छात्रों का एक साल बर्बाद हो चुका है। अब ये छात्र क्क्वीं कक्षा में एडमिशन नहीं ले सकते हैं।

कोर्ट के निर्देश पर मिली थी इजाजत

असल में स्वामी विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ने अपने कक्षा 9 में दाखिल हुए बच्चों का रजिस्ट्रेशन निश्चित टाइम पीरियड में नहीं कराया। बाद में रजिस्ट्रेशन फार्म जमा करने पर इसे क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा मान्य नहीं किया गया। स्कूल की इस लेटलतीफी का परिणाम बच्चों को दसवीं कक्षा के एग्जाम के समय भुगतना पड़ा, जब क्षेत्रीय कार्यालय ने कक्षा 9 का रजिस्ट्रेशन न होने का कारण बताते हुए छात्रों को एग्जाम देने से रोक दिया था। हालांकि संबंधित स्कूल ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सशर्त एग्जाम देने की अनुमति प्राप्त कर ली थी। शर्त के आधार पर स्कूल को उस समय ही अपने छात्रों का कक्षा 9 में रजिस्ट्रेशन कराना पड़ा था।

डब्ल्यूजे में रिजल्ट थ्ा घोषित

स्कूल के प्रिसिंपल का दावा है कि स्टूडेंट्स का साल बर्बाद नहीं हो रहा है। स्टूडेंट्स ने जिन स्कूल में एडमिशन लिया है, मैनेंजमेंट क ो कनविंस कर लिया है। जबकि एजुकेशन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रिजल्ट डब्ल्यूजे यानि विद हेल्ड जजमेंट में रुका है। ऐसे में, बिना रिजल्ट के एडमिशन होना सम्भव ही नहीं है।

स्कूल द्वारा कक्षा 9 का रजिस्ट्रेशन काफी लेट किया गया, जिसकी वजह से इसे हमने एक्सेप्ट नही किया। इसके बाद हाईकोर्ट के आर्डर पर इन स्कूल को परीक्षा देने की अनुमति दी गई, लेकिन कोर्ट ने अपना अंतिम फैसला न आने तक रिजल्ट रोकने को कहा था। अब जबकि फैसला आ चुका है, तो अब रिजल्ट घोषित कर दिया जायेगा। डब्ल्यूजे लिखे जजमेंट का घोषित रिजल्ट नहीं माना जाता। किसी का भी रिजल्ट जब तक बोर्ड आफिस घोषित न कर दे, तब तक उसे दूसरी कक्षा में कैसे दाखिला मिल सकता है? किसी स्कूल ने ऐसे रिजल्ट वाले स्टूडेंट का एडमिशन लिया है, तो ये नियम के विरूद्ध है।

- संजय उपाध्याय, क्षेत्रीय सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद

ये मामला हाईकोर्ट में चल रहा था, इसलिए ख्ब्फ् छात्रों के अगली कक्षा में एडमिशन न ले पाने पर कोई टिप्पणी नही किया जा सकता। अभी मेरे पास सिर्फ आर्डर आया है, मार्कशीट क्षेत्रीय कार्यालय जब भेजेगा तो इसे संबंधित स्कूल को भेज दिया जायेगा।

- आशुतोष भारद्वाज, जिला विद्यालय निरीक्षक

हमारे पास हाईस्कूल तक की ही मान्यता है, इसलिए इन बच्चों का दाखिला मैंने खुद प्रयास करके दूसरे स्कूलों में नेट की मार्कशीट के आधार पर कराया। कोर्ट के फैसले के बाद प्रिंटेड मार्कशीट रिलीज की जायेगी, लेकिन इससे एडमिशन पर कोई फर्क नही पड़ता।

- सुरेश गंगवार, प्रिंसिपल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दलपतपुर

Posted By: Inextlive