अधर में 20 शिक्षामित्रों का भविष्य
-बीटीसी फर्स्ट सेमेस्टर फेल होने पर 22 शिक्षामित्रों ने 2013 में दिया था इंप्रूवमेंट एग्जाम
BAREILLY: विभागीय लापरवाही के चलते ख्ख् शिक्षामित्रों के भविष्य अधर में लटक गया है। इंप्रूवमेंट एग्जाम का रिजल्ट घोषित न होने के चलते शिक्षामित्र फाइनल रिजल्ट में फेल हो गए हैं। ऐसे में अगले सेशन में प्राइमरी स्कूलों के सहायक शिक्षक के पद पर इनकी नियुक्ति की संभावनाओं पर पानी फिर गया है। दो दिन पहले एनाउंस हुए बीटीसी फाइनल सेमेस्टर के रिजल्ट में ये गड़बडि़यां निकल कर सामने आई हैं। फेल होने की यह बनी वजहदूरस्थ विधि से बीटीसी कर रहे ख्ख् शिक्षामित्र फर्स्ट सेमेस्टर में फेल होने के कारण ख्9 सितंबर ख्0क्फ् को इंप्रूवमेंट एग्जाम में बैठे, लेकिन इनका इंप्रूवमेंट रिजल्ट नही घोषित किया गया। परीक्षा अभ्यार्थियों ने सेकेंड सेमेस्टर के एग्जाम के साथ दी। वहीं इंप्रूवमेंट रिजल्ट के एनाउंस किए बिना ही शिक्षामित्रों को अगले सेमेस्टर में दाखिला दिया जाता रहा। जब फाइनल सेमेस्टर का रिजल्ट ख्9 दिसंबर को घोषित हुआ तो शिक्षामित्र फेल घोषित कर दिए गए। बताया गया कि इंप्रूवमेंट परिणाम न आने के चलते फेल किए गए हैं। जबकि शिक्षामित्रों का कहना है कि इंप्रूवमेंट रिजल्ट को घोषित करने के लिए कई बार डायट प्राचार्य से मुलाकात थी।
विभाग की लापरवाही के कारण अभ्यार्थी फेल हुए हैं। संगठन शिक्षामित्र अभ्यर्थियों के साथ अन्याय नहीं होने देगा। इसके लिए संगठन आंदोलन का रास्ता भी चुन सकता है।
- केपी सिंह, जिला अध्यक्ष-उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षामित्र संघ ऐसी गड़बडि़यां परीक्षा नियामक बोर्ड इलाहाबाद से हुई हैं। ख्0 अपूर्ण रिजल्ट की शिकायत आई है। आठ का संशोधन कर दिया है, बाकी का भी संशोधन जल्द होगा। इसके लिए रिमांइडर भेजा जा चुका है। - नरेंद्र पाल सिंह, प्राचार्य-डायट