बरेली के 19 साइबर ठग, 9 स्टेट में मोस्ट वांटेड
बरेली (ब्यूरो)। शहर के सीबीगंज थाना क्षेत्र का धंतिया गांव कभी जरी कारोबार के लिए फेसम था लेकिन अब यह यूपी में ठगों का अड्डा बन गया है। इस गांव के अधिकतर युवा अब मेहनत मजदूरी को छोड़ साइबर ठगों की राह पर चल चुके हैं। करीब 10 साल से चोरी छुपे बरेली के धंतिया गांव से चल रहे देश भर में ठगी के इस अवैध धंधे का राजफाश दो साल पहले हुआ। जब देश के कई राज्यों की पुलिस ने धंतिया गांव से साइबर ठगी होने के लिए यहां की पुलिस से संपर्क किया। देश के नौ राच्यों की पुलिस अब धंतिया के 19 शातिर साइबर ठगों की तलाश कर रही है। बरेली पुलिस ने इन सभी 19 साइबर ठगों देश के मोस्ट वांटेड साइबर ठग घोषित कर दिया है।
9 राज्यों की पुलिस को तलाश
सीबीगंज के धंतिया गांव के शातिर 19 ठगों को पुलिस ने देश के मोस्ट वाटेंड साइबर ठग घोषित किए हैं। उनमें धंतिया का मुख्य साइबर ठग जमशेद और उसके भाई राशिद खां, आरिश खां, साजिद खां व वारिस खां, अफजाल खां, आमिर, युसूफ, कैफ, ताहिर, रफी उर्फ मोती, जाहिद खान और इरफान, अफसर, मोबीन, मुस्तफा, असगर शामिल है। इन सभी पर देश के अलग-अलग राज्यों में 300 करोड़ से अधिक की ठगी के आरोप के केस दर्ज हैं। ठगों को उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, केरल, दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात व मुंबई समेत कई राज्यों की पुलिस तलाश कर रही है।
-ठग सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए लोगों को फोन करते हैं।
-फिर बैंक और विभिन्न कंपनियों का जिक्र करते हुए उनके बैंक अकाउंट तक पहुंच जाते हैं।
-ओटीपी या बैंक डिटेल लेकर अकाउंट से रकम पार कर देते थे।
-मोबाइल टावर लगवाने, एटीएम ब्लॉक होने, लोन दिलाने के नाम पर लोगों से संपर्क कर रजिस्ट्रेशन चार्ज के नाम पर लिंक भेजकर ठगी।
- बैंक या फिर प्राइवेट कंपनियों के अकाउंट हैक कर दूसरे अकाउंट में रकम ट्रांसफर कर निकाल लेते थे रुपए
नाइजीरियन गैंग से ली है ट्रेनिंग
पुलिस की मानें तो सीबीगंज थाना क्षेत्र के धंतिया गांव के जमशेद के पिता रिक्शा चलाते थे। जमशेद ने दस वर्ष पहले दिल्ली में नाइजीरिया के ओमारोडियन ब्राइट निवासी लोगास बाड़ागरी रोड स्टेट, ईंडो नाइजीरिया और नाइजीरिया के दूसरे ठग राबर्ट के संपर्क में आया। जिसके बाद उसने ठगी का अवैध धंधा धंतिया से शुरू किया। अचानक कुछ महीने में उसे लाखों का फायदा हुआ तो उसने अपने पांच भाइयों को भी ठगी की ट्रेनिंग कराकर ठगी का काम शुरू किया। कुछ महीनों में करोड़ों का मकान तैयार किया तो गांव के अन्य युवाओं ने इनसे संपर्क किया। जिसके बाद जमशेद ने अपने 19 लोगों का गैंग तैयार किया और ज्यादातर लोगों को खुद ठगी की ट्रेनिंग दी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि 10 साल पहले शातिर ठग जमशेद जरी कारोबारी था। जबकि उसके पिता रिक्शा चलाते थे। नाजीरियन ठगों के संपर्क में आते ही ने ठगी की ट्रेनिंग ली और उसके बाद से वह लखपति अचानक बन बैठा। जिसके बाद जमशेद के सारे भाई इसी ठगी के काम मे लिप्त हो गए। उनके करोड़ों के मकान के साथ कई करोड़ की कीमती जमीन और स्कूल भी है। खुद 5वीं पास, खोला इंग्लिश मीडियम स्कूल
जमशेद और उसके भाई गरीबी ले कारण अच्छी शिक्षा ग्रहण नहीं कर सके। जिसका उसे अफसोस था, वह 5वीं तक की पढ़ाई कर सका उसका कोई भाई 3 तो कोई 4 क्लास तक पढ़ा। उसके लिए ठगी करने वाले कई शातिर तो अंगूठा छाप है जो गिरफ्तारी के बाद दस्तखत भी नहीं कर सके थे। जमशेद ने जब ठगी से कमाई की तो गांव में ही करोडों की कीमत से मतलब जमशेद खान इंग्लिश मीडियम स्कूल खोल दिया।
मजदूर युवा बन गए करोड़पति
इसके बाद धंतिया गांव के इन ठगों ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। गांव के 70 प्रतिशत लोग किसी न किसी तरीके से इस अवैध धंधे में लिप्त हो गए। कोई ठगी करता तो कोई अपने नाम से खाता खुलवाकर खाते में ठगी की रकम डलवाकर कमीशन लेता। हाल यह हो गया कि गांव में 70 प्रतिशत लोगों के आलीशान मकान बन गए। हाल यह था पिछले साल जब यह गैंग गिरफ्तार हुआ था तो इनके पास मर्सडीज कार के साथ कई लग्जरी वाहन बरामद हुए थे।
एक साल पहले इसी गैंग के सदस्यों ने गोरखपुर में 50 लाख की साइबर ठगी की। वहां की पुलिस ने धंतिया के गैंग को ट्रेस किया। ठगी के मामले में राशिद को गिरफ्तार कर जेल भेजा जबकि अन्य ठग अभी तक फरार हैं।
सहकारी बैंक हैक कर 86 लाख उड़ाए
धंतिया के ही राशिद ने नाइजीरियन ठग ओमारोडियन ब्राइट निवासी लोगास बाड़ागरी रोड स्टेट, ईंडो नाइजीरिया और मुकेश विश्नोई निवासी चितलवाला जिला जालौर राजस्थान के साथ मिलकर जलौर जनपद के नागरिक सहकारी बैंक हैक कर 86 लाख की साइबर ठगी की। जिसके बाद पुलिस वहां की राजस्थान की पुलिस ने राशिद को गिरफ्तार किया। धंतिया के शातिर ठगों ने गुजरात की एक साड़ी कंपनी से एजेंसी लेने के नाम पर उनके खाते हैक कर 50 लाख की ठगी। जिसके बाद से गुजरात पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया।
धंतिया के सभी आरोपितों को देश की 9 राज्यों से ज्यादा की पुलिस ठगी के मामले में तलाश कर रही है। दो ठग जेल में बंद हैं, जबकि अन्य फरार हैं। सभी देश के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल हैं।
अनिल कुमार, रेंज साइबर सेल बरेली