धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई नाथ कारीडोर परियोजना को धरातल पर उ उतारने की तैयारियां भी तेज होने लगी हैं.

बरेली (ब्यूरो)। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई नाथ कारीडोर परियोजना को धरातल पर उ उतारने की तैयारियां भी तेज होने लगी हैं। इस परियोजना के दायरे में आने वाली 13 सडक़ों के चौड़ीकरण में पुराने भवन बाधा बनने वाले हैं। पीडब्ल्यूडी जल्द ही इन भवनों का सर्वे कराएगा। इसके बाद सर्वे में चिह्नित किए गए भवनों को हटाने के लिए नोटिस जारी किए जाएंगे। इससे पहले पीडब्ल्यूडी ने बीडीए से उस डीपीआर को मांगा है जो उसने शासन को भेजी है।

125 करोड़ की है डीपीआर
बीडीए ने नाथ कारिडोर परियोजना के तहत शहर के सातों नाथ मंदिरों तक पहुंचने वाले रास्तों के विस्तारीकरण के लिए 125 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर शासन को भेजी थी। इसमें कुल 13 सडक़ों को शामिल किया गया है। शासन ने इन सडक़ों को बनाने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंपी है। अब सडक़ निर्माण की तैयारियों को अंतिम रुप देने के लिए पीडब्ल्यूडी ने बीडीए से सभी 13 सडक़ों की डीपीआर मांगी है। रिपोर्ट के आधार पर सभी मार्गों को चौड़ीकरण के साथ फुटपाथ व अन्य विकास कराए जाएंगे।

किया जाएगा सौंदर्यीकरण
नाथ कारीडोर परियोजना के तहत शहर की जिन सडक़ों का कायाकल्प होना है, उनमें बदायूं रोड चौरासी घंटा मंदिर से मढ़ीनाथ, मढ़ीनाथ मंदिर से मढ़ीनाथ क्राङ्क्षसग से सिटी श्मशान भूमि तक (अंडरपास), अलखनाथ मंदिर से त्रिवटीनाथ मंदिर, किला क्राङ्क्षसग से अलखनाथ मंदिर से चौधरी तालाब, हार्टमैन ब्रिज से कुदेशिया क्रॉङ्क्षसग, हार्टमैन ब्रिज से रामलीला मैदान, कुदेशिया क्रांसिग से नैनीताल रोड होकर त्रिवटीनाथ मंदिर से धर्मकांटा चौराहा, त्रिवटी नाथ मंदिर से वनखंडीनाथ नाथ मंदिर। धर्मकांटा चौराहा से डेलापीर चौराहा। सौ फुटा रोड से पीलीभीत बाइपास, वनखंडीनाथ मंदिर से पशुपतिनाथ मंदिर, रुवि पीलीभीत बाइपास से पशुपतिनाथ मंदिर, धोपेश्वर नाथ मंदिर से तपेश्वर नाथ मंदिर, धोपेश्वर नाथ मंदिर वाया युगवीणा लाइब्रेरी से बदायूं रोड, बदायूं रोड से स्टेशन रोड पुलिस चौकी, सुभाष नगर पुलिया वाया रेलवे कालोनी से तपेश्वर नाथ मंदिर, तपेश्वर नाथ मंदिर से मढ़ीनाथ मंदिर, सेटेलाइट से एयरपोर्ट से बड़ा बाइपास और वनखंडी नाथ चौराहा वाया एक्जीक्यूटिब क्लब रोड रामगंगा नगर आवासीय योजना, पहाडग़ज-अब्दुल्लापुर माफी से बड़ा बाइपास तक निर्माण किया जाना है।

बदलेगी सुभाषनगर की तस्वीर
नाथ कारीडोर परियोजना के धरातल पर उतरने से बरेली को नई पहचान तो मिलेगी ही, इससे सुभाषनगर की तस्वीर और यहां रहने वालों की तकदीर भी बदलेगी। 125 करोड़ की इस परियोजना के अंतर्गत ही सुभाषनगर रेलवे लाइन पर अतिरिक्त अंडरपास बनाने की योजना भी है। इसके लिए 54 करोड़ की डीपीआर तैयार कर नार्दन रेलवे के मुरादाबाद मंडल के डीआरएम को भेजी भी गई है। उन्हें ही अब रेलवे मुख्यालय से इसकी एनओसी लेनी है। इसके लिए कमिश्नर सौम्या अग्रवाल भी अपने स्तर से भी प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे मुख्यालय से एनओसी मिलते ही अंडरपास का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। इसके अलावा इस परियोजना के अंतर्गत किला रोड पर श्मशान भूमि रेलवे क्रासिंग पर भी अंडरपास बनना निर्धारित है। इसके बनने से भी लोगों को बड़ी सहूलियत होगी।

आना होगा आगे
नाथ कारीडोर परियोजना को सफल बनाने में जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका होगी। सुभाषनगर और श्मशान भूमि रेलवे लाइन पर बनने वाले अंडरपास के लिए रेलवे से एनओसी प्राप्त करने में भी इन्हें बड़ी भूमिका निभानी होगी। सुभाषनगर के लोगों का कहना है कि शहर के जिन जनप्रतिनिधियों की केन्द्र और राज्य सरकार में बेहतर पकड़ है, उन्हें इसके लिए आगे आना होगा।

अतिक्रमण भी होगा चिह्नित
बीडीए की ओर से नाथ कारीडोर परियोजना की जो डीपीआर शासन को भेजी गई है, उसे मांगा गया है। इसी डीपीआर के आधार पर सडक़ निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। सडक़ निर्माण से पहले भवन व अन्य अतिक्रमण को भी चिह्नित किया जाएगा।
नारायण सिंह, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड

Posted By: Inextlive