-कोचिंग पढ़ाने वाले कॉलेज के शिक्षक व साथियों के खिलाफ केस

-कोचिंग गया था रामनगर के तहसीलकर्मी राजेश का बेटा चंदन

बरेली : बारादरी इलाके में सोमवार शाम 11वीं के छात्र की बेरहमी के साथ हत्या कर दी गई। छात्र का शव रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप कालेज के शिक्षक पर ही लगाया है। संयोगवश इस दौरान शिक्षक भी मौके पर पहुंच गये, जिन्हें देखते ही परिजन आग बबूला हो गये और मारपीट पर उतारू हो गये। मौके पर मौजूद पुलिस ने शिक्षक को किसी तरह भीड़ से बचाकर थाने ले गये। शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने पर ही परिजन शव ले जाने को तैयार हुए।

कोचिंग के लिए गया था

बिथरी चैनपुर के मोहनपुर रामनगर गांव निवासी राजेश कुमार पटेल फरीदपुर तहसील में क्लर्क हैं। उनके दो बेटों व एक बेटी में बड़ा चंद्रभान सिंह उर्फ चंदन (18) नेशनल हायर सेकेंडरी स्कूल में 11वीं का छात्र था। मंडे को कॉलेज से आकर करीब तीन बजे घर से कोचिंग के लिए निकला था। शाम पांच बजे के करीब शिक्षक नईम ने परिजनों को बताया चंद्रभान की हालत अचानक बिगड़ गई है, उसे रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही गांव के काफी लोग मेडिकल कॉलेज पहुंच गए वहां चिकित्सकों ने चंदन को मृत घोषित कर दिया। शिक्षक नईम अख्तर ने लोगों को बताया कि वह चंदन को लेकर पहले निजी अस्पताल ले गए, जहां जवाब मिलने पर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। शिक्षक की बातों पर लोगों को शक हुआ तो भीड़ ने उन पर हमला बोल दिया। उनके साथ धक्का-मुक्की हुई और मोबाइल भी छीन लिया। इसी बीच पुलिस पहुंच गई।

पुलिस को शव को कब्जे में लेने से रोका

शिक्षक को बचाये जाने से पब्लिक पुलिस से नाराज हो गयी। लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने की कोशिश की तो लोग विरोध करने लगे। लोगों का आरोप था कि गला दबाकर चंदन को मौत के घाट उतारा गया है। गर्दन में गला दबाने का निशान भी है। यही नहीं उसके साथ मारपीट भी की गई है, जिससे उसकी कमीज की बटन टूट गई थी और कॉलर फट गया था। इंस्पेक्टर बारादरी मुहम्मद कासिम ने शिक्षक के खिलाफ तहरीर लेकर फौरन मुकदमा दर्ज कराने का आश्वासन दिया तो किसी तरह लोग माने और फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। रात में ही पुलिस ने पिता की तहरीर पर शिक्षक व उनके साथियों के खिलाफ गला दबाकर चंदन की हत्या का केस कायम कर लिया।

छात्र व छात्रा का आ रहा था फोन

रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज में चंदन के शव के पास ही परिवार की महिलाएं विलाप कर रही थीं। उसी समय शिक्षक नईम अख्तर के मोबाइल पर दीपक नामक छात्र और एक छात्रा का फोन आ रहा था। दीपक ने कई दफा पूछा था कि दीपक की हालत कैसी है। इसी तरह छात्रा ने भी यही सवाल किया था कि दीपक जिंदा है या उसकी मौत हो गई। नईम का मोबाइल चंदन के गांव के लोगों ने छीन लिया था, जिसकी जानकारी छात्र दीपक व छात्रा को नहीं थी।

परिजनों ने कहा, नहीं आता था दौरा

कोचिंग पढ़ाने वाले कॉलेज के शिक्षक नईम अख्तर ने रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज में परिवार तथा गांव के लोगों को बताया कि चंदन को दौरा पड़ा था जिसके बाद वह ऑटो से उसे प्राइवेट नर्सिग होम ले गए थे। जहां से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। बताया कि कोचिंग में चंदन की क्लास शाम चार से पांच बजे तक होती थी। वह काफी पहले आ गया था तो बाहर ही खड़ा था, तभी उसे दौरा पड़ गया था। घरवालों का कहना था कि चंदन को कभी कोई दौरा नहीं पड़ा और उसे कोई बीमारी भी नहीं थी।

बेटे का शव देख बेसुध हुई मां

बरेली : चंदन की मौत की सूचना पर रोते-बिलखते परिवार के लोग कुछ ही देर में रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज पहुंच गए थे। वहां उसकी मां अनीता भी पहुंची थी। कलेजे के टुकड़े का स्ट्रेचर पर शव देखकर अनीता तो बेसुध हो गई।

छात्र की मौत का मामला बेहद गंभीर है। पुलिस द्वारा पूरे मामले की गहन छानबीन कराई जा रही है। मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive