कलेक्ट्रेट कर्मी के खाते से निकाले 1.63 लाख, दो गिरफ्तार
बरेली (ब्यूरो)। कलेक्ट्रेट महिला कर्मी के खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर जालसाजों ने 1.63 लाख रुपए निकाल लिए। पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने तीन के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। दो जालसाज आशीष सक्सेना निवासी मढ़ीनाथ व दीपक निवासी राजेंद्रनगर को प्रेमनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि तीसरे आरोपी विजय चौहान की पुलिस तलाश कर रही है। पकड़े गए आरोपी से वाउचर और एटीएम बरामद हुए हैं।
कैंट के मोहल्ला दुर्गानगर निवासी तारावती कलेक्ट्रेट में चपरासी हैं। उन्होंने बताया कि उनका खाता भारतीय स्टेट बैंक की कैंट शाखा में है। 21 अप्रैल को बैंक गईं थीं। वहां इंट्री कराने पर पता चला कि उनके खाते से चार बार में 1.63 लाख रुपये निकाले गए हैं। कलेक्ट्रेट कर्मी ने बताया कि उनके एकाउंट से वाउचर के जरिए 8 मार्च को 48 हजार रुपये, 16 मार्च को 22 हजार, 8 अप्रैल को 45 हजार और 16 अप्रैल को 45 हजार रुपये आशीष सक्सेना के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। इस संबंध में जब उन्होंने कैंट शाखा में जानकारी की तो पता चला कि राजेन्द्र नगर स्थित स्टेट बैंक की शाखा में जाकर पता चलेगा। पीडि़ता ने बताया कि राजेन्द्र नगर शाखा की प्रबंधक प्रिया ने बताया कि दीपक उर्फ दीशिप ने यह धनराशि ट्रांसफर कराई है। इस पर तारावती ने बताया कि उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किए। तब शाखा प्रबंधक प्रिया ने दीपक से बात की और अपनी गलती मान ली, साथ ही शाम तक रुपये वापस करने को कहा। तारावती ने बताया कि दीपक ने 21 अप्रैल की शाम तक रुपये वापस नहीं किया। शाम को उसने बताया कि 22 अप्रैल को रुपये दे दिए जाएंगे। 22 अप्रैल को पीडि़त ने आरोपी से रुपये मांगे तो आरोपी धमकी देने लगा। पीडि़ता ने बताया कि इसके बाद उन्होंने आरोपी को पकडकऱ पुलिस के हवाले कर दिया। मामले में विवेचना कर रहे एसआई ओम कुमार ने बताया कि दूसरा आरोपी आशीष को कुदेशिया फाटक के पास से गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को पुलिस ने आशीष और दीपक को जेल भेज दिया। जबकि तीसरे आरोपी विजय की तलाश की जा रही है।
जांच के दायरे में बैंककर्मीपुलिस के अनुसार, जिस तरीके से बाउचर के जरिए जालसाजों ने रकम निकाली है, उससे बैंककर्मियों की भूमिका शक के दायरे में है। बाउचर से निकासी के दौरान बैंककर्मी खाताधारक के हस्ताक्षर के साथ चेहरा भी देखता है। ऐसे में खाते से रकम निकलना बैंककर्मी की भूमिका के बिना संभव नहीं है। इसलिए बैंककर्मी भी जांच के दायरे में हैं।
वर्जन
मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बैंककर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध है। सोमवार को संबंधित से पूछताछ की जाएगी।
जसवीर सिंह, इंस्पेक्टर, प्रेमनगर