एडीजी दफ्तर के बाहर युवक ने पिया जहर
प्रयागराज (ब्यूरो)। जहर पीते ही उसकी हालत गंभीर हो गई। यह बात मालूम चली तो पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। सिविल लाइंस थाने की फोर्स मौके पर पहुंची। हालत गंभीर देखकर उसे बेली हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां से डॉक्टर एसआरएन हॉस्पिटल रेफर कर दिया। पुलिस द्वारा उसे एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। यहां इलाज बाद उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई। हालांकि पुलिस द्वारा उसे परेशान किए जाने के आरोप को अफसर खारिज कर रहे हैं। कहना है कि उसके खिलाफ करीब एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। इसलिए पुलिस उसकी मानीटरिंग की जा रही थी।
नकदिलपुर गांव का है निवासी
गौरव सिंह पटेल सोरांव थाना क्षेत्र के बडग़ांव चौकी एरिया स्थित नकदिलपुर गांव निवासी जगलाल का बेटा है। कुछ वर्ष पूर्व उसके ऊपर एक के बाद एक कई मुकदमे दर्ज हुए। बताते हैं कि इन मुकदमों में से कई में फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है। कुछ मुकदमे कोर्ट में विचाराधीन हैं। पिछले कई वर्षों से उसके ऊपर एक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। पुराने मुकदमे में में हुई कार्रवाई के बाद वह परिवार के साथ शांति भरी जिंदगी जी रहा था। परिजनों के आरोप हैं कि इधर कुछ महीने से सोरांव थाना और बडग़ांव चौकी प्रभारी उसे विपक्षियों के कहने पर प्रताडि़त कर रहे थे। जबरदस्ती पकड़कर मुकदमें लिखे जा रहे थे।
एडीजी से कर चुका है शिकायत
इस बात की शिकायत कुछ महीने एडीजी से भी वह और उसका परिवार कर चुका है। कहना है कि एडीजी से शिकायत के बाद भी पुलिस द्वारा अनायास परेशान व प्रताडि़त करने का क्रम नहीं थमा। बडग़ांव पुलिस चौकी द्वारा आए दिन घर पर जाकर जेल भेजने की धमकी जा रही थी। पुलिस की हरकत से वह आजिज आ चुका था। गुरुवार सुबह वह फिर राहत और सुधरने के बावजूद परेशान करने की गुहार लेकर एडीजी कार्यालय पहुंचा। बताते हैं कि यहां कार्यालय के बाहर वह अपना एक वीडियो बनाया। जिसमें कहा कि उसे अनायास बडग़ांव चौकी प्रभारी और सोरांव थाने की पुलिस परेशान कर रही है। इससे आजिज आकर वह सुसाइड के इरादे से जहर पी रहा है। इसका जिम्मेदार बडग़ांव चौकी प्रभारी और सोरांव थाने की पुलिस होगी। वीडियो में बोतल में भरे जहरीले पदार्थ को पीते हुए पिक्चर कैद हो गई। जहरीला पदार्थ हलक के अंदर उतरा तो उसकी हालत गंभीर हो गई। बात मालूम चली तो पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। खुद अधिकारी भी सन्नाटे में आ गए। सिविल लाइंस पुलिस पहुंची और फौरन बेली हॉस्पिटल ले गई। हॉस्पिटल में हालत गंभीर देखते हुए उसे एसआरएन हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। यहां इलाज बाद उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई।
संतोष कुमार मीना, एसपी सिटी