ट्रैफिक नियमों से अनजान है यंगिस्तान
प्रयागराज (ब्यूरो)। जिले में यातायात माह चल रहा है। इसके तहत ट्रैफिक पुलिस स्कूल से लेकर रोड तक चेकिंग और अवेयरनेस फैलाने में जुटी है। स्कूल-स्कूल जाकर छात्रों को ट्रैफिक के नियत बताए जा रहे हैं। इसी माह के तहत टीआई द्वारा सिटी में जगह- जगह 100 वाहन चालकों की चेकिंग की गई। इस दौरान इन चालकों से ट्रैफिक रूल्स के बारे में भी सवाल किए गए। बताते हैं कि इनमें से 90 युवा चालक ऐसे रहे जिन्हें ग्रीन सिग्नल पर चौराहा क्रास करने और रेड सिग्नल पर रुकने के सिवाय कुछ नहीं मालूम। इनमें से 20 चालक ऐसे जिन्हें रेड व ग्रीन सिग्नल एवं जेब्रा लाइन व डिपर के बारे में जानकारी थी। इसके अलावा इन्हें भी कुछ नहीं पता था। रोड पर खीची गई लाइन का मतलब इनमें से कोई नहीं बता सका। ट्रैफिक पुलिस की पड़ताल में शामिल यह चालक बाइक और कार ड्राइव करने वाले थे। यह देखते हुए इन चालकों को ट्रैफिक रूल्स की जानकारी देने के साथ नियमों के पालन की भी हिदायत दी गई।
चालकों से पूछे गए सवाल
चौराहों पर यदि रेड सिग्नल है तो आप कहां पर रुकेंगे?
रेड लाइट के बाद कुछ देर के लिए जलने वाली पीली लाइट का अर्थ क्या है?
ग्रीन सिग्नल का मतलब बताएं, जेब्रा लाइन से आप क्या समझते हैं
रोड के बीच में कटी हुई खीची गई लाइन से आप को क्या संकेत मिलते हैं
बगैर कटी और सीखी सड़क पर खीची गई लाइन से आप क्या समझते हैं
सड़क के बीचो बीच खीची गई डबल लाइन का क्या अर्थ है
डिपर का मतलब बताएं और इसका प्रयोग किन परिस्थितियों किया जाता है
सभी को दी गई नियम की जानकारी
चौराहों पर यदि रेड सिग्नल है तो आप जेब्रा लाइन के पहले गाड़ी खड़ी कर दें
ग्रीन सिग्नल पर गाड़ी जेब्रा लाइन पर रोकें तो बाईं तरफ रोड खाली रखें
पीली लाइट निकल चुकी गाडिय़ों को चौराहा क्रास करने के लिए होता है
ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद ही गाड़ी को जेब्रा लाइन बढ़ाएं और चौराहा क्रास करें
बीच रोड ब्रोकेन यानी कटी हुई लाइन का अर्थ यहां ओवरटेक कर सकते हैं
कांटीनिवस लाइस बगैर कटे खीची हुई सीधी लाइन का अर्थ ओवरटेक न करें
जहां बीच सड़क सीधी दो लाइन खीची हो वहां भूल से भी ओवरटेक नकरें
डिपर का प्रयोग रात में गाड़ी आगे या पीछे से अवेरटेक करते वक्त किया जाता
ट्रैफिक रूल्स के प्रति विभाग का जागरूकता अभियान चल ही रहा है। सौ युवा चालकों से कुछ ट्रैफिक रूल्स पर सवाल किए गए थे। ट्रैफिक रूल्स के बारे वह साधारण जानकारी भी नहीं दे सकते। सभी को नियम बताए गए और उनके पालन की हिदायत भी दी गई।
हरेंद्र सिंह, ट्रैफिक इंचार्ज