नौकरी दे रहे हैं, सैलरी भी तो बढ़ाइए
प्रयागराज (ब्यूरो)। 13 हजार में केरला जाने का आफर
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रोजगार मेले के विषय में अभ्यर्थियों से बातचीत भी की। इनमें शामिल अमन गुप्ता ने कहा कि उनको संबंधित कंपनी 13 हजार रुपए सैलरी में केरला ज्वाइन करने को कह रही है। इतने पैसे में वहां सर्वाइवल मुश्किल है। नवीन ने कहा कि दस हजार रुपए मिल रहे हैं। इतनें में मेरे बाइक का पेट्रोल भी नही आएगा। एक पब्लिकेशन कंपनी में कार्यरत हर्ष सिंह ने कहा कि उनको यहां 12 हजार रुपए आफर किया जा रहा है, जबकि वह पहले 15 हजार प्रतिमाह की नौकरी कर रहे हैं। बीएससी एग्रीकल्चर के स्टूडेंट संदीप भी नौकरी की तलाश में आए थे। उन्होंने कहाकि सेल्स की जॉब में टारगेट अधिक और सैलरी बहुत कम है। इस पैसे में जीवन यापन मुश्किल है।
केवल नौ फीसदी पद ही भर सके
रोजगार मेले में कुल सात कंपनियों ने प्रतिभाग किया था। जिनमें जी4 एस सिक्योरिटी साल्यूशन, कल्याणी सोलर पॉवर, वाकरू इंटरनेशनल, रोहित हाइब्रीड सीड, हयूलेट सर्विस, प्लेनेट पीसीआई इनफो टेक्नोलाजी लिमिटेड, डस्की स्टेलेन कंसल्टेंसी सर्विस प्रालि शामिल रहीं। इन कंपनियों के द्वारा कुल 978 पदों पर भर्ती करनी थी लेकिन 95 बेरोजगारों का ही चयन हो सका। जिसे महज नौ फीसदी ही कहा जाएगा। सेवायोजन कार्यालय के अधिकारियों का कहना था कि उचित प्रचार प्रसार नही होने से लोग रोजगार मेले में अधिक लोग प्रतिभाग नही कर सके। इंटरव्यू से पहले सेवायोजन निदेशक रत्नाकर अस्थाना और सहायक सेवायोजन अधिकारी चंद्रकांत ने अभ्यर्थियों को तमाम जरूरी जानकारी दी।
बेरोजगारों का कहना था कि अगर कंपनियां सैलरी बेहतर दें तो दूसरे शहर या प्रदेश में नौकरी की जा सकती है। जबकि अधिकतर कंपनियां इतनी कम सैलरी ऑफर करती है कि जाना मुश्किल हो जाता है। अधिकतर रोजगार मेले में ऐसी ही सिचुएशन आती है जिसकी वजह से जॉब को छोडऩा बेहतर होता है। हम लोग इंटरव्यू में सेलेक्ट होने के बावजूद ज्वाइन नही करते हैं। बाल-बाल बच गए अभ्यर्थी
गुरुवार को एक ओर इंटरव्यू चल रहा था तो दूसरी ओर सेवायोजन कार्यालय की छत का प्लास्टर गिर गया। ऐसे में वहां मौजूद वरिष्ठ सहायक महरुफ अहमद बाल बाल बच गए। उन्होंने बताया कि इस कमरे में भी इंटरव्यू होना था लेकिन संबंधित कंपनी के नही आने से वह कैंसिल हो गया। अगर बच्चे होते तो वह आज निश्चित तौर पर चोटिल हो सकते थे।