बलुआघाट के निर्माण व सौंदर्यीकरण में फंसा इंडियन ऑयल की पाइप लाइन का पेंच खत्म उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के बजट से यूपी पर्यटन निगम द्वारा शुरू किया घाट पर काममहाकुंभ से पूर्व काम पूरा होगा काम आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को करेगा आकर्षित

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर के ऐतिहासिक बलुआघाट के विकास में इंडियन ऑयल की पाइप का फंसा कांटा निकल चुका है। मसले का साल्यूशन निकलने के बाद घाट के निर्माण का काम शुरू हो गया है। महाकुंभ 2025 से पहले से इस घाट का काम पूरा किए जाने का टारगेट रखा है। घाट के डेवलपमेंट का इंजीनियरों के द्वारा तैयार किया गया नक्शा काफी आकर्षक और मनमोहक है। ड्राइंग के अनुरूप काम पूरा होने के बाद आने वाले हर श्रद्धालु या पर्यटकों खूबसूरती देखकर आकर्षित हो जाएंगे। घाट पर महिलाओं और पुरुषों के लिए तो व्यवस्था होगी है। शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों की सुविधाओं का भी ध्यान नक्शे में रखा गया है। दिव्यांगजनों के लिए भी यहां पर रैंप और टॉयलेट जैसी व्यवस्थाएं की जाएंगी। इसके लिए करीब तीन करोड़ 38 लाख रुपये की धनराशि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा दी गई है।

57 मीटर लंबा है यमुना किनारे का बलुआघाट
03 चेंजिंग रूम घाट के बगल किया जाएगा तैयार
01 चेंजिंग रूम दिव्यांगजनों के लिए भी तैयार होगा
02 छतरी का घाट पर बैठने के लिए होगा निर्माण
01 टॉयलेट ब्लॉक का भी घाट पर बनाया जाएगा
01 आकर्षक सेल्फी प्वाइंट भी बनाने की तैयारी
03 करोड़ 38 लाख के करीब पास है बजट

घाट पर शुरू हो चुका है काम
अगले वर्ष लगने वाले महाकुंभ की तैयारी यहां युद्ध स्तर पर चल रही है। महाकुंभ में करोड़ों भक्तों के आने की संभावना है। देश ही नहीं विदेश से भी तंबुओं के इस शहर में भक्तों व पर्यटकों का आना होता है। इन्हीं तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र से लेकर आसपास के भी गंगा और यमुना नदी के घाटों का सौंदर्यीकरण वर्क कराया जा रहा है। सौंदर्यीकरण में शामिल घाटों में एक ऐतिहासिक बलुआघाट भी शामिल था। इस घाट का डेवलपमेंट कराए जाने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के द्वारा तैयार किया गया था। भेजे गए प्रस्ताव को शासन से हरी झंडी मिलने के बाद बजट का प्रबंधक किया गया। लगभग तीन करोड़ 38 लाख रुपये का बजट पास हुआ था। काम कराने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम को सौंपी गई। डेंटर आदि का काम पूरा होने के बाद गर्मी के दिनों में काम शुरू हुआ। काम के शुरू होते ही इंडियन ऑयल की पाइप लाइन का पेंच फंस गया था। दरअसल घाट के पास से ही पेट्रोल की पाइप लाइन बिछी हुई है। इंडियन ऑयल के द्वारा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पाइप के पास खुदाई या अन्य वर्क करने का विरोध शुरू हो गया। यह देखते हुए उस वक्त काम को रोना पड़ा था। घाट के सौंदर्यीकरण का काम रुकने के बाद अधिकारियों के द्वारा इंडियन ऑयल के अफसरों संग बैठक की गई। कई चरण में की गई बैठक में इस मसले का हल आखिरकार अधिकारियों के द्वारा निकाल लिया गया। अब घाट के पास से होकर बिछाई गई पाइप लाइन से निर्धारित दूरी के मानक को ध्यान में रखते हुए काम शुरू कर दिया गया है। घाट के विकास व सौंदर्यीकरण का काम कराने वाले अफसरों की मानें तो यहां पर्यटकों व श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई नए वर्क कराए जाएंगे। काम महाकुंभ के पूर्व तैयार हो जाएगा। काम पूरा होने के बाद इस घाट की सुंदरता लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेगी।

जानिए घाट पर क्या होंगे नए काम
ऐतिहासिक बलुआघाट पर बने बारादरी को भी दुरुस्त किया जाएगा।
साथ ही दो छतरी घाट के पास पहले से मौजूद हैं और दो और नई छतरी का निर्माण किया जाएगा।
इसके घाट पर टॉयलेट ब्लॉक का भी निर्माण किया जाएगा, इसमें महिला और पुरुष व दिव्यांगजनों के लिए अलग-अलग टॉयलेट बनाए जाएंगे।
महिलाओं के लिए बनाए जा रहे तीन चेंजिंग रूम में एक चेजिंग रूम दिव्यांगजन महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे। यह उनकी सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा।
स्नान के खातिर घाट तक जाने के लिए सीढिय़ां तो बनाई ही जाएंगी, दिव्यांगजनों के लिए यहां रैंप का भी निर्माण कराया जाएगा।
इसी के साथ रीवर फ्रंट भी बनाया जाएगा। इस रीवर फ्रंट से लोग नदी के आकर्षक नजारे का लुत्फ उठा सकेंगे।
इतना ही नहीं बताते हैं कि तैयार किए गए नक्शे में सेल्फी प्वाइंट भी है। मतलब यह कि इस बलुआघाट पर एक आकर्षक सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा।
घाट की सुंदरता में चारचांद लगाने के लिए आकर्षक पौधों की रोपाई और हरी घास आदि के भी प्रबंध किए जाएंगे।

Posted By: Inextlive