10 से 16 अक्टूबर तक चलाया जाएगा मानसिक स्वास्थ्य जागरुकता सप्ताह - विभिन्न कार्यक्रमों का किया जाएगा आयोजन तनाव और चिंता वाकई चिता के समान हैं. इनसे किसी भी समस्या का हल नही निकलता बल्कि अन्य समस्याओं का वह जन्म होता है. इससे सिरदर्द माइग्रेन उच्च या निम्न रक्तचाप हृदय से जुड़ी समस्याएं व मोटापे की सौगात मिलती है. यह व्यक्ति के स्वभाव को चिड़चिड़ा कर उसके जीवन की खुशियां व चेहरे की मुस्कान को खत्म कर देती है. इससे लोगों को बचाने के लिए मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में एक सप्ताह तक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इस अभियान में बताया जाएगा कि शारीरिक व मानसिक तौर पर यह चुनौतियां तनाव से लडऩे की हमारी क्षमता को कमजोर करती हैं. इससे बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर रखना चाहिए.


प्रयागराज ब्यूरो, पूरी दुनिया में इसलिए विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है ताकि लोग अपने मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रख जीवन को मस्त रख सकें। इसी क्रम में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का शुभारंभ मंगलवार को किया जाएगा। शासन के निर्देश पर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 10 से से 16 अक्टूबर तक जनपद में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह मनाया जाना प्रस्तावित है। इसका उद्देश्य लोगों में मानसिक विकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिए इस वर्ष की थीम सभी के लिए मानसिक स्वास्थ्य व कल्याण को वैश्विक प्राथमिकता बनाइए है।आयोजित होंगे विभिन्न कार्यक्रम
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के दिन से एक सप्ताह तक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत जनपद मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जनसमुदाय में जागरूकता बढ़ाने के लिए जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में जागरूकता के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन एवं अन्य गतिविधियां की जाएंगी। इसी क्रम में स्कूली बच्चों, महिलाओं, किशोर व बुजुर्गों के लिए अलग-अलग जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे। शिविर के माध्यम से मनोरोगियों की पहचान कर उनकी काउंसिलिंग की जाएगी। तनाव के स्तर व बीमारी के अभिक प्रभाव के रोगी को उपचार के लिए चिकित्सालय में भर्ती कराया जाएगा। इसके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन कर गांवों में चौपाल, मानसिक स्वास्थ्य विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, पॉम्पलेट, बैनर, पोस्टर, सामुदायिक बैठक, रेडियो जिंगल्स, वॉल पेंटिंग के माध्यम से गतिविधियां आयोजित कर उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे व्हॉट्सएप, ट्विटर व फेसबुक पर साझा कर जागरुकता कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। सभी गतिविधियां कोविड -19 की गाइडलाइन के मद्देनजर आयोजित की जाएगी।जिस तरह से लोगों में मानसिक विकार और बीमारियां बढ़ रही है उसको देखते हुए एक सप्ताह का अभियान चलाए जाने का निर्णय लिया गया है। इसमें शिविर लगाकर मानसिक रोगियों की पहचान भी की जाएगी।डॉ। राजेश सिंह, नोडल जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज

Posted By: Inextlive