शहर की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत में जुटी नगर निगम की टीम जगह-जगह पैचवर्क का शुरू हो गया कार्य लंबी दूरी तक टूटी हुई सड़कों का नए निर्माण पर मंथनशहर में बारिश के दौरान टूटे मेन रोड व तमाम मार्गों की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है. जगह-जगह पैचवर्क का कार्य हो रहा है. वहीं लंबी दूरी तक क्षतिग्रस्त व खस्ता हाल सड़कों के नए निर्माण पर भी मंथन चल रहा है. कमिश्नर ने शहर के तमाम क्षतिग्रस्त मेन रोड और चौराहों का ब्योरा संबंधित अधिकारियों से मांगा है. दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बातचीत में अधिकारियों ने बताया कि शहर के प्रमुख टूटी सड़कों का चिन्हित का कार्य चल रहा है. जल्द ही सड़कें चकाचक दिखने लगेंगी. इसे फोकस कर काम किया जा रहा है.

प्रयागराज ब्यूरो , दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के 'बदहाल सड़केÓ अभियान से जुड़कर लोगों ने अपील है कि दिखावे के लिए मेन जगहों पर काम कर अधिकारी शांत न बैठे। क्योंकि हर बार पूरा काम व अच्छी सड़क कर देने की बात कही जाती है। मगर हर बार अधूरा रह जाता है। नैनी के रहने वाले मयंक साहू ने फोटो भेजकर बताया कि नैनी जीत लाल चौराहा के पास की सड़के कई वर्षों से खराब पड़ी है। हर बार पूरा काम हो जाने की बात कही जाती है। लेकिन पूरा हो नहीं पाता है। झलवा के रहने वाले ज्ञान विश्वकर्मा ने बताया कि शंभूनाथ कालेज वाली रोड पूरी तरह से टूट चुकी है। जबकि स्मार्ट सिटी के तहत यह सड़क का नया निर्माण हुआ था। गाड़ी तक दस की रफ्तार से चलता है। पता नहीं अब कौन सा गड्ढा आ जाये। सोनाली विश्वकर्मा बताती है कि महेवा न्यू बस्ती की रोड व गली पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। संजय कनौजिया बताते है कि वह निरंजन सिनेमा तरफ रहते है। यहां की सड़कों पर गाड़ी चलना छोडि़ए पैदल चलना मुश्किल हो गया। आए दिन लोग गिरते रहते है। इसी तरह से शहर के तमाम जगहों से फोटो भेजकर लोगों ने कहां जल्द मरम्मत कराने की अपील है।

कोतवाली तरफ की सड़कों का भी खस्ता हाल है। बस इतना ही अपील है कि अगर पैचवर्क का कार्य हो रहा है तो इधर की सड़कों पर भी हो। क्योंकि अक्सर सिविल लाइंस व प्रमुख जगहों का रिपेयर करा जिम्मेदार लोग शांत बैठ जाते है।
वर्जन - प्रियंक पांडेय, पब्लिक

ट्रैफिक चौराहा से बेली तरफ जाने वाली रोड पर पैचवर्क का कार्य हुआ था। लेकिन फिर भी कुछ जगहों पर छूट गया है। बड़े गड्ढों से राहत मिल जाये बस यही इच्छा है।
सैफ, पब्लिक

दिन के समय खराब सड़कों पर तो आदमी किसी तरह से चल लेता है। लेकिन रात के समय सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। क्योंकि हर कोई व्यक्ति कार से चलना वाला नहीं होता है। कार की हाई लाइट से गड्ढा दिख जाता है। लेकिन साइकिल वालों को दिखाई नहीं पड़ता है।
निशांत रस्तोगी, पब्लिक

करेली की सड़के खस्ता हाल में धीरे-धीरे तब्दील होती जा रही है। अगर पैचवर्क का कार्य चल रहा है तो आपके अभियान के जरिए जिम्मेदार अधिकारियों से अपील करना चाहता हूं कि काम के बाद कई सालों तक सड़कें दुरुस्त रहनी चाहिए।
फरहान, पब्लिक

Posted By: Inextlive