बच्चे को गोद में लेकर मतदान कराने पहुंचीं महिलाएं
प्रयागराज (ब्यूरो)। सबसे ज्यादा भीड़ परेड ग्राउंड पर रही। यहां से छह विधानसभाओं के मतदान कर्मियों को रवाना किया गया। पोलिंग पार्टियों में शामिल महिलाओं के साथ उनके परिजन भी गए। खासकर जो पोलिंग बूथ 40 से 50 किमी की दूरी पर थे वहां परिजन भी महिलाओं के साथ रुकेंगे।
साथ कराएंगे वोटिंग
प्राथमिक विद्यालय डीहा में सहायक अध्यापक कुमुद श्रीवास्तव की ड्यूटी 50 किमी दूर हंडिया के बरौत में लगाई गई थी। शनिवार को जब वह परेड ग्राउंड पहुंची तो उनके साथ उनके पति सुनील श्रीवास्तव भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि पोलिंग स्टेशन काफी दूर है। भोर में इतनी दूर ट्रेवल करना मुश्किल काम होगा इसलिए मैं भी साथ जा रहा हूं और वहीं कहीं आसपास रुक जाऊंगा। संयोग अच्छा है कि पोलिंग संडे को है तो कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने बताया कि कुमुद की तबियत भी ठीक नहीं है इसलिए उनको मेरी जरूरत पड़ सकती है।
फाफामऊ 410 1640
सोरांव 451 1804
फूलपुर 463 1852
प्रतापपुर 459 1836
हंडिया 438 1752
मेजा 375 1500
करछना 369 1476
इलाहाबाद पश्चिम 453 1812
इलाहाबाद उत्तरी 440 1760
इलाहाबाद दक्षिणी 404 1616
बारा 401 1604
कोरांव 403 1612 सभी रवानगी स्थलों पर अधिकारियों को तैनात किया गया था। बस तैयार खड़ी थीं। जैसे जैसे टीमें पूरी होती गई सभी को गंतव्य पर रवाना कर दिया गया। जो लोग रवानगी में अनुपस्थित रहे उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
संजय कुमार खत्री जिला निर्वाचन अधिकारी
पीठासीन के इंतजार में बीता समय
कोरांव के प्राथमिक विद्यालय मेजा खास में पोलिंग ड्यूटी में लगाई गई टीम के सदस्य काफी देर तक बैठे रहे। पूछने पर बताया कि पीठासीन अधिकारी नही आए हैं। उनका इंतजार चल रहा है। सेक्टर मजिस्ट्रेट को सूचना दे दी गई है। बताया कि पीठासीन अधिकारी के नहीं आने से काफी दिक्कत हो रही है। यह स्थिति इकलौते सेंटर पर नहीं थी। तमाम अन्य स्थानों पर पोलिंग पार्टिंयां या तो प्रिसाइडिंग ऑफिसर या फिर प्रथम या द्वितीय मतदान अधिकारी की प्रतीक्षा करते दिखीं। लास्ट ऑवर्स में कुछ को ड्यूटी मैनेज भी करनी पड़ी।
कोरांव के पिपरहटा बिसौरा पोलिंग बूथ पर लगाए गए मतदानकर्मी उदास बैठे नजर आए। पूछने पर बताया कि पी वन अधिकारी से सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। वह अपना फोन पिक नहीं कर रहे हैं और न ही पहुंचे हैं। इसकी सूचना अफसरों को दे दी गयी है। वहां से बताया गया है कि लास्ट ऑवर्स तक उनके न आने पर रिजर्व ड्यूटी के कर्मचारी को वहां भेजा जाएगा। इस दौरान अधिकारी लगातार अनुपस्थित मतदानकर्मी का नाम पुकार रहे थे।
सखियां पहली बार कराएंगी मतदान
प्रतापपुर के कैंप में बैठी मीरा, संगीता और परवीन काफी चिंतित नजर आ रही थीं। उन्होंने बताया कि पहली बार सखी बूथ बनाया गया है जिसमें एक भी पुरुष मौजूद नही रहेगा। पूरा मतदान महिलाओं को कराना है। हमें ट्रेनिंग दे दी गई है। अब हम ईवीएम और बाकी सामान लेकर जा रहे हैं। पीठासीन अधिकारी राजकुमारी ने बताया कि पहली बार होने की वजह से थोड़ी झिझक है। लेकिन हमें विश्वास है कि पोलिंग आराम से करा लेेंगे।
झूंसी की रहने वाली रिंकू देवी की प्रतापपुर विधानसभा में ड्यूटी लगाई गई थी। उन्होंने अधिकारियों से बताया कि घर में 5 साल का बेटा है जिसकी जिम्मेदारी मेरे कंधों पर है। लेकिन सुनवाई नही हुई। शनिवार को वह कैंप में अपने बेटे के साथ आई थीं। उन्होंने कहा कि अभी अभी पता चला कि हमारी पोलिंग पार्टी को रिजर्व में डाल दिया गया है। भगवान की कृपा है। अगर नही जाना पड़ा तो मेरे बेटे को राहत मिलेगी। चेतावनी देते ही पहुंचे मतदान कर्मी
सभी रवानगी स्थलों पर मतदान कर्मियों की अनुपस्थिति से अधिकारी परेशान नजर आए। इसके लिए सेक्टर मजिस्ट्रेटों को बार बार माइक पर चिल्लाना पड़ा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो लोग गायब हैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। इस चेतावनी के जारी होने के बाद कई मतदान कर्मी बिना देरी किए अपनी टीम के साथ उपस्थित हो गए।