रक्षाबंधन पर इस बार उन बहनों को बड़ी राहत मिलेगी जिनके भाई नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं. कैदियों को राखी बांधने के लिए पहुंचने वाली बहनों की जेल में शिद्दत से मेहमाननवाजी होगी. राखी बांधने के लिए लम्बी लाइन में नहीं लगना होगा. गेट से ही राखी बांधकर लौटना नहीं होगा. उनके लिए जेल प्रशासन बैठने का इंतेजाम करेगा. उनके लिए पानी के साथ कुर्सी का इंतेजाम करेगा. उन्हें मौका दिया जायेगा कि भाई की कलाई सजाने के बाद वह कुछ बातें भी उनसे कर सकें. इस संबंध में डीजी जेल द्वारा भेजा गया आदेश पत्र नैनी सेंट्रल जेल पहुंच चुका है. इस पर जेल प्रशासन की तरफ से तैयारी भी शुरू कर दी गयी है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। नैनी सेंट्रल जेल में चार हजार के करीब बंदी-कैदी हैं। इनमें महिलाओं की संख्या हजार के लगभग बताई गई है। हर वर्ष रक्षाबंधन पर्व पर बंदियों व कैदियों की बहनें उन्हें राखी बांधने जेल पहुंचती हैं। अब तक इन बहनों को जेल गेट पर ही राखी बांधकर घर खड़े-खड़े घर लौटना पड़ता था। भाई बहन के इस पर्व पर उन्हें इतना भी वक्त नहीं मिलता था कि वह साथ बैठकर कर घर-परिवार की कुछ बातें कर सकें। चंद मिनटों में ही उन्हें जेल प्रशासन द्वारा बाहर कर दिया जाता था। जेल में बंद भाई की कलाई पर राखी बांधने के बाद बहनें मायूस होकर घर लौटती थीं। इस बार रक्षाबंधन पर ऐसा कुछ भी नहीं होगा। इन बहनों के इस दर्द को योगी सरकार ने महसूस किया है। शायद यही वजह है कि राखी बांधने के लिए पहुंचने वाली बहनों की जेल में मेहमाननवाजी के हुक्म दिए गए हैं।
धूप में खड़े न रहने दें
नैनी सेंट्रल जेल पहुंचे इस आदेश में राखी बांधने जेल में आईं बहनों के लिए कई राहत भरी बातें लिखी हैं। कहा गया है कि इस बार रक्षाबंधन पर्व पर कैदियों व बंदियों को राखी बांधने के लिए बहनें आएं तो उन्हें बैठने के लिए कुर्सियां लगाई जाय। धूप या बारिश से बचने के लिए टेंट की भी व्यवस्था जेल में कराई जाय। ताकि आराम से बैठकर बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध सकें। पर्व पर यदि कोई बहन बैठकर कुछ देर भाई से बातें करना चाहती है तो उसे डिस्टर्ब नहीं करने की भी हिदायत है। कहा गया है कि जेल में बंद भाई व बहन को बैठकर गम हल्का करने के लिए उन्हें पर्याप्त समय दिया जाय।

रोली, राखी व चंदन होगा उपलब्ध
पहली बार ऐसा होगा जब निरीह बहनों के लिए रोली, चंदन व राखी व्यवस्था जेल प्रशासन करेगा
यह सुविधा उन बहनों को भी मिलेगी जो जल्दबाजी में राखी खरीद नहीं पायीं और जेल पहुंच गई होंगी।
पर्व और भीड़ को देखते हुए जेल में स्वच्छ पेयजल का उचित प्रबंध किया जायेगा
राखी बांधने के लिए पहुंचने वाली किसी भी बहन से जेल के जवान ऊंची आवाज या पुलिसिया लहजे में बात नहीं करेगा

भाइयों का भी सरकार ने रखा ध्यान
नैनी सेंट्रल जेल को भेजे गए आदेश में महिला बंदियों व कैदियों के भाइयों का भी पूरा ध्यान रखा गया है। जेल में बंद बहनों के भाई भी जाकर आराम से राखी बंधा सकेंगे। उन्हें भी इस बार राखी बंधवाने के लिए घंटों लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। गेट पर चेकिंग के बाद वह भी जेल में बहनों के साथ बैठकर कुछ वक्त बिता सकेंगे।

इस बार रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए आने वाली महिलाओं व युवतियों को कुछ खास सुविधाएं दी जाएंगी। शासन से भेले गए आदेश को अमल में लाने का प्लान तैयार किया जा रहा था। चूंकि जेल सुरक्षा का मामला इस लिए चेकिंग की जाएगी।
एसपी पांडेय अधीक्षक नैनी सेंट्रल जेल

Posted By: Inextlive