महिला नेतृत्व बेहतर कार्य संस्कृति में सहायक : प्रो संगीता श्रीवास्तव
अखिल भारतीय महिला कुलपति सम्मेलन में जुटी विभिन्न यूनिवर्सिटी की महिला कुलपति
prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: अखिल भारतीय महिला कुलपति सम्मेलन में अपने विचार रखते हुए इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो। संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाएं ना सिर्फ बेहतर श्रोता होती हैं, बल्कि वे टीम भावना के साथ काम करती हैं। महिलाएं परिस्थितियों को समझ कर मानवीय आधार पर निर्णय लेती हैं। कुलपति प्रो संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि किसी भी कार्य क्षेत्र में महिला नेतृत्व होने से बेहतर कार्य संस्कृति का निर्माण होता है। महिलाएं अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों को पीछे रखकर सामूहिक उपलब्धियों को वरीयता देती हैं। जबकि पुरुषों द्वारा नियंत्रित व्यवस्था में कमांड, कंट्रोल और सुपर विजन की प्रमुखता होती है। कुलपति प्रो संगीता श्रीवास्तव ने इस तथ्य की ओर भी ध्यान आकृष्ट किया कि स्त्रियां बेहतर व्यवस्था के निर्माण हेतु दृढ़ता पूर्वक कार्य करती हैं। 25 यूनिवर्सिटी की महिला कुलपति हुई शामिलअखिल भारतीय महिला कुलपति सम्मेलन में कुल 25 यूनिवर्सिटी की महिला कुलपतियों ने प्रतिभाग किया। गुजरात के बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो। अमी उपाध्याय ने सम्मेलन की मेजबानी की। इस दौरान डॉ पंकज मित्तल, सेक्रेटरी जनरल इंडियन एसोसिएशन ऑफ यूनिवíसटीज सम्मेलन की विशिष्ट अतिथि रही। गौरतलब है कि डॉ। पंकज मित्तल दूसरी महिला सेक्रेटरी जनरल है। उन्होंने बताया कि कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य ऐसा विजन प्लान तैयार करना था, जिससे लड़कियों को व्यक्तित्व विकास के सारे अवसर प्रदान किये जा सकें। सम्मेलन का केंद्रीय विषय अनुभवों का साझाकरण और महिला नेतृत्व के समक्ष चुनौतियां रखा गया। इस मौके पर अन्य कुलपतियों ने भी अपने विचार रखे।