दरवाजा अंदर से बंद था और कमरे में आग के शोलों से घिरी रेखा सिंह 42 चीख रही थी. आवाज सुन पहुंचे परिवार के सदस्यों ने किसी तरह से दरवाजे को तोड़ा और अंदर घुसे. जब तक उसे आग की लपटों से मुक्त कराया जाता वह बुरी तरह से झुलस चुकी थी. परिवार के लोगा उसे किसी अस्पताल ले जाते इससे पहले ही वह दम तोड़ चुकी थी. घटना का पता चलने पर पहुंचे मायके वालों ने ससुरालवालों पर प्रताडि़त करने का आरोप और शक जताया. इस पर पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया. देर शाम तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि यदि महिला ने सुसाइड किया या फिर उसे जलाया गया है. पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया जो साक्ष्य सामने आये हैं उसके मुताबिक वह बीमारी से परेशान थी. शायद इसी के चलते उसने ऐसा कदम उठाया होगा.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। घटना पूमरामुफ्ती थाना क्षेत्र के बम्हरौली बेगमबाजार की है। बेगमबाजार निवासी राजेश सिंह की शादी चंद्रसेनपुर की रेखा सिंह से हुई थी। विवाह बाद उसने दो बच्चों को जन्म दिया। परिवारवाले बताते हैं कि शनिवार की देर रात वह सोने के लिए अपने कमरे में गई। उसने दरवाजे को भीतर से बंद कर लिया था। कुछ ही देर बीते होंगे कि कमरे से चीख सुनायी देने लगी। इस पर पूरी परिवार का ध्यान उधर गया। माजरा क्या है जानने के लिए परिवार के लोग कमरे के पास पहुंचे तो पता चला कि रेखा आग की लपटों से घिरी हुई है। परिवार के लोग यह देखकर सन्नाटे में आ गये। यह जानकारी होने पर आसपास के लोग भी जुट गये। सबने मिलकर दरवाजा तोड़ा और कमरे में पहुंचे। पोस्टमार्टम हाउस पहुंची उसकी एक बहन ने कहा है कि उसे रुपयों की डिमांड को लेकर परेशान किया जाता था। इस तरह की बातें और शक सामने आने के बाद पूरामुफ्ती पुलिस बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी।

बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इतना पता चला है कि वह बीमारी से जूझने के कारण परेशान रहती थी। परिवार की तरफ से देर शाम तक थाने पर कोई तहरीर मामले में नहीं दी गई है।उपेन्द्र प्रताप सिंह प्रभारी निरीक्षक पूरामुफ्ती

Posted By: Inextlive