क्या इस बार जागेंगे शहरी मतदाता?
प्रयागराज (ब्यूरो)। पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में वोटिंग परसेंटेज अच्छा नही रहा। सबसे कम शहर की उत्तरी विधानसभा में वोटिंग हुई थी। यह आंकड़ा 41.8 फीसदी पर आकर अटक गया था। दूसरा खराब प्रदर्शन शहर की दक्षिणी विधानसभा का था। यहां भी महज 45.23 परसेंट वोटिंग ही हुई थी। शहर पश्चिमी नीचे से तीसरे स्थान पर था। यहां पर 47.34 फीसदी वोटर्स ने अपने मत का प्रयोग किया था। जिले का कुल वोटिंग प्रतिशत 54.14 था, जिसमें इन तीनों विधानसभाओं का अहम रोल माना गया। प्रशासन द्वारा स्वीप अभियान के तहत मतदाताओं को बहुत जागरुक गया गया था लेकिन इसका कोई फायदा नही हुआ।सबक लेने के बजाय दिया झटका
इसके बाद 2019 में लोकसभा चुनाव हुए। इस बार उम्मीद थी कि शहर की तीन विधानसभा का वोटिंग परसेंटेज का ग्राफ ऊपर जाएगा। लेकिन इस बार भी इससे खराब हालात हो गए। शहर पश्चिमी में 42.38 फीसदी वोट पड़े। वहीं शहर उत्तरी में 38.96 और शहर दक्षिणी में 40.25 फीसदी वोट पड़े थे। इससे चुनाव आयोग सकते में आ गया। आयोग की ओर से चुनाव के बाद वोटिंग परसेंटेज कम होने का सर्वे भी कराया गया। जिसमें पता चला कि वोटर मतदान वाले दिन घर से बाहर ही नही निकले। युवाओं से हैं उम्मीदें
इस बार विधानसभा चुनाव में आयोग को युवाओं से काफी उम्मीदे हैं। जिले में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के तहत 62068 नए वोटर्स को जोड़ा गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस बार चुनाव में यह नए चेहरे घरों से जरूर निकलेंगे। इनसे वोटिंग की अपील भी की जा रही है। इसके अलावा घरों में वोटर कार्ड भी भेजे जा रहे हैं। इसमें एक वोटिंग के लिए प्रेरित करने वाली सामग्री भी रखी जा रही है। जिसमें बताया जा रहा है कि वोट का क्या महत्व है। किस विधानसभा में कितने वोटरफाफामऊ- 364000सोरांव- 378212फूलपुर- 406028प्रतापपुर- 404518हंडिया- 399530मेजा- 324789करछना- 346878शहर पश्चिमी- 454293शहर उत्तरी- 438237शहर दक्षिणी- 402635बारा- 333123कोरांव- 350569कुल वोटर- 4602812