सन्निकट परीक्षाओं को देखते हुए पर्व पर घर नहीं गए दर्जनों छात्रहर छात्रावास में ठहरें हैं कई छात्र साथी विद्यार्थियों संग मनाएंगे पर्व कॅरियर का दीप जलाने के लिए इस बार भी दर्जनों छात्र घर नहीं गए. वह हॉस्टल के रूम में ही रहेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि सेमेस्टर परीक्षाएं सन्निकट हैं. इसी तरह पर्व पर घर नहीं जाने वाले छात्रों पढ़ाई को लेकर कई तरह की मजबूरियां गिनाई गईं. वह कहते हैं कि एक बार कॅरियर का दीप जल जाय फिर ता उम्र परिवार संग दीपावली मना लेंगे.

प्रयागराज ब्यूरो, घर जाने के लिए जा सकते थे। मगर, लौटने के बाद कई दिनों घर की ही याद आती है। इसका असर हमारी पढ़ाई पर पडऩे लगता है। 27 अक्टूबर से सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू हैं। हमें उसकी तैयारी करनी है। एक बार सफलता मिल जाय फिर तो हर दिन दीवाली ही है। हमारा घर कुशीनगर में पड़ता है।
अमन राव, सर जीएन झा हॉस्टल

हमारा घर बहुत दूर नहीं कोरांव क्षेत्र में ही है। हम यहां हास्टल में रहकर एलएलबी की पढ़ाई कर रहे हैं। इस वर्ष तीसरा साल है। कई असाइनमेंट तैयार करने हैं। एक हफ्ते में जमा भी करना है। इस लिए इसे तैयार करना जरूर है। यही वजह है कि घर जाना कैंसिल कर दिए।
अश्वनी सिंह, सर जीएन झा हॉस्टल

हमारा घर माण्डा में है। दीपावली पर एक हफ्ते पूर्व घर जाने का प्लान बनाए थे। बीच में पीएचडी यानी शोध से जुड़े कई काम मिल गए हैं। जिसे पूरा करना जरूरी है। अब दीपावली पर यहीं रहकर काम पूरा करेंगे। कॅरियर एक बार बन जाय फिर पूरे परिवार की दीवाली हो जाएगी।
इर्जेश सोनकर, एएन झा हॉस्टल

हम भी यहां हॉस्टल में रहकर शोध कर रहे हैं। इसी सिलसिले में हमें शुक्रवार को लखनऊ जाना पड़ा था। दीपावली पर घर नहीं जा पाएंगे। क्योंकि शोध से जुड़े कई प्रोजेक्ट पूरे करने अभी शेष हैं। हमारा घर बहुत दूर नहीं प्रतापगढ़ कुण्डा में पड़ता है। नहीं आ पाएंगे घर वालों बता दिए हैं।
सनी सिंह, एएन झा हॉस्टल

Posted By: Inextlive