क्या मर चुके कर्मचारी भी कराएंगे मतदान?
प्रयागराज ब्यूरो । सवाल यह है कि क्या मरे हुए कर्मचारी भी लोकसभा चुनाव कराएंगे? ऐसा हम नही कह रहे, बल्कि प्रशासन कार्यप्रणाली से प्रतीत हो रहा है। प्रशासन की ओर से दो ऐसे शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव में लगाई गई है जिनकी कुछ दिन पहले मृत्यु हो चुकी है। जब यह लोग 14 और 15 मई को आयोजित मतदान प्रशिक्षण में नही पहुंचे तो प्रशासन की ओर से इनके नाम से नोटिस भी जारी किया ाजन दोनों मृतकों से प्रशासन ने प्रशिक्षण में नही शामिल होने पर स्पष्टीकरण तलब किया है। उचित उत्तर नही दिए जाने पर दोनों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। क्या है मामला
उच्च प्राथमिक विद्यालय शमलीपुर मेजा के शिक्षक तुलसीराम सरोज और कंपोजिट विद्यालय पथरा मेजा की शिक्षिका शोभा चौरसिया की कुछ दिन पहले ही डेथ हो चुकी है। हालांकि इनका नाम चुनाव ड्यूटी शीट पर अभी भी अंकित है। जिसकी वजह से इनको मतदान प्रशिक्षण में भी बुलाया गया था। यह दोनों प्रशिक्षण में नही पहुंचे तो प्रशासन ने नोटिस जारी कर इनसे जवाब मांगा है। इस बात की जानकारी होने पर क्षेत्र में खलबली मच गई। मेजा के बीईओ कैलाश नाथ सिंह ने इस मामले में बीएसए और निर्वाचन कार्यालय को पत्र भेजकर वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया है। उनका कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों को इस बात की जानकारी उपलब्ध करा दी गई है।