अतीक जेल में रहे या बाहर, कोई फर्क नहीं पड़ता
प्रयागराज ब्यूरो । अतीक को आजीवन कारावास होने के बाद मंगलवार को उसके साढू का भाई जीशान खुलकर सामने आ गया। अतीक के खिलाफ जहर उगलते हुए उसने कहाकि अपनो का खून बहाकर ही उसने अर्श से फर्श तक का सफर पूरा किया है। योगी सरकार व प्रशासन की तारीख करते हुए उसने अतीक के खिलाफ हो रही कार्रवाई को जायज बताया। कहाकि, सरकार कोई और होती तो उमेश पाल की हत्या बाद वह भागते नहीं। कुछ दिन के बाद कोर्ट में हाजिर होते और छूट कर बाहर आ जाते। अतीक का परिवार इंसाफ की मांग करते फिर रहा है। प्रदेश के मुख्य मंत्री पर उन्हें भरोसा करना चाहिए। मुख्यमंत्री इंसाफ जरूर दिलाएंगे। खुद की हत्या की आशंका जाते हुए उसने अपनी सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की। वह अतीक के कई ऐसे राज को बेनकाब किया जिसकी खुद अतीक फैमिली को उम्मीद नहीं रही होगी। चकिया निवासी यह वही जीशान है जिसने अतीक के बेटे मो। अली के खिलाफ दिसंबर 2021 में पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का केस दर्ज कराया था। इसी मुकदमे में अली नैनी सेंट्रल जेल में बंद है।
खुद की जान को बताया खतरा
जीशान ने कहा कि जेल अतीक के लिए कोई बड़ी बात नहीं है। वह हमेशा जेल आता जाता रहा है। गुण्डे बदमाश के लिए जेल कोई मायने नहीं रखती। अतीक के गुनाहों का पन्ना पलटते हुए जीशान ने राज को बेनकाब किया। कहा कि जेल में रहते हुए अतीक ने हत्या व हत्या के प्रयास की कई घटनाओं को अंजाम दिलाया। अपनी बात को साबित करने के लिए जीशान ने कई घटनाओं का जिक्र किया। कहा कि जेल में रहते हुए ही अतीक ने जैन कांड, मोहित अग्रवाल कांड और खुद मेरे ऊपर हमला करवाया। अब जेल में रहकर ही उमेश पाल की भी हत्या करा दिया। दोस्त मकसूद के अब्बा मो। कारिद को करमा से पकड़वाकर पिटाई किया था। उसकी के बाद बॉडी सोरांव एरिया में फेंक दिया था। जीशान ने दावा किया कि यह घटना अतीक के आपराधिक इतिहास के किसी पन्ने में नहीं है। मसीहा नहीं सिर्फ अपराधी समझें
उसने कहा कि सरकार बिल्कुल सही और निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है। कुछ नासमझ समाज के लोग अतीक को मसीहा मानते हैं, दरअसल वह मसीहा नहीं अपराधी है। सबसे ज्यादा अपनों का ही खून बहाकर वह इतनी बुलंदी तक पहुंचा है। कहाकि कसारी मसारी स्थित करीब दस करोड़ कीमत की जमीन मेरी मां के नाम है। यह जमीन अतीक अपनी पत्नी के नाम लिखवाना चाहता था। जब नहीं लिखा तो जेल में होने के बावजूद उसके कहने पर उसका बेटा मो। अली व अन्य मेरे ऊपर जानलेवा हमला किए थे। इसी मामले में अली जेल के अंदर है। सरकार की कार्रवाई का बखान करते हुए उसने कहा कि अतीक जेल में है पर उसके गुर्गे बाहर घूम रहे हैं, जो मेरी हत्या कर सकते हैं। उसने खुद की सुरक्षा बढ़ाने की मांग भी उठायी।