कहां से आई फांसी का फंदा बनी साड़ी
प्रयागराज (ब्यूरो)। खारीकुइया मोहल्ला निवासी विनोद चौरसिया की मां मर चुकी थी। पत्नी की मौत के बाद पिता दूसरी शादी कर लिया। वह दूसरी पत्नी को लेकर दिल्ली में रहता है। इससे उसे दो बेटियां हैं वह दोनों भी दिल्ली में ही रहती हैं। रवि यहां अपने हिस्से में मिले मकान के एक कमरे में रहता था। थोड़ी दूरी पर उसकी बुआ रहा करती थी। बताते हैं कि वह बुआ के बच्चों को स्कूल छोडऩे और लाने के लिए रोज जाता था। मंगलवार सुबह वह बुआ के बच्चों को स्कूल छोड़कर रूम पर आया। करीब 11 बजे उसकी बुआ बुलाने के लिए विनोद के रूप पर गई। आवाज दी जब वह कुछ नहीं बोला तो वह कमरे में झांक कर देखी। बताते हैं कि उसकी नजर साड़ी के फंदे से लटक रही भतीजे विनोद की बॉडी पर पड़ी तो चीख पड़ी। उसकी चीख सुनकर आस पड़ोस के लोग जुट गए। शाहगंज पुलिस पहुंची और छानबीन के बाद बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। पुलिस और कुछ लोग उसकी मौत को सुसाइड बता रहे हैं। जबकि चंद लोग ऐसे भी रहे जिनमें चर्चा रही कि विनोद रूम में अकेले रहता था। फिर जिस साड़ी से वह उसकी बॉडी लटक रही थी वह कहां से आई और किसकी थी। उसके कमरे में तो कोई महिला रहती नहीं थी।
युवक यहां अकेले रहता था। मंगलवार को साड़ी से फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। उसकी दूसरी मां व पिता दिल्ली में रहता है। साड़ी उसकी दूसरी मां की होगी।अश्वनी कुमार सिंह थाना प्रभारी शाहगंज