आखिर कहां से आ रहे बम और तमंचे?
प्रयागराज ब्यूरो ।बड़े हैरत की बात है कि प्रयागराज पुलिस न तो अपराध रोक पा रही है और न ही अपराध में इस्तेमाल किए जाने वाले असलहों के कारोबार को। बात बात में गोली और बम चलने की घटनाएं आ हो गई हैं मगर पुलिस के अफसर बम और तमंचा के कारोबार पर रोक लगाने के लिए कौन सा कदम उठा रहे हैं ये समझ से परे हैं। दो दिन से मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल में तमंचा और बम मिलने की खबर सुर्खियों में है। बम और तमंचा मिलने की ये घटना कोई अजूबा नहीं है। मगर बम और तमंचा के कारोबार पर रोक कब लगेगी, रोक कौन लगाएगा, ये सवाल तब मौजूं हो जाता है जब मुस्लिम बोर्डिंग हास्टल से दो तमंचा और तीस बम पुलिस बरामद करती है।
क्यों नहीं लग पा रही असलहों पर रोक
नई उम्र के लड़कों में पिस्टल और तमंचा का शौक किसी से छिपा नहीं है। खासतौर से आपराधिक प्रवृत्ति के युवकों में असलहों का शौक इस कदर हो गया है कि अब तो लोगों के वीडियो और फोटो भी वायरल होने लगे हैं। आखिर ये असलहे आ कहां से रहे हैं। पिछले एक साल के रिकार्ड पर गौर करें तो हत्या या लूट की मैक्सिमम वारदात में अवैध असलहे इस्तेमाल किए गए। ऐसे में पुलिस अगर अवैध असलहों पर रोक लगा दे तो फिर क्या इसके बाद भी घटनाएं होंगी।
दो दिन पहले मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल में छात्र आसिफ पर हमला किया गया। हमलावर भी उसी हॉस्टल के रहने वाले हैं। घटना के दौरान कर्नलगंज पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने हॉस्टल में सर्च आपरेशन चलाया तो दो कमरे से तमंचा और तीस बम मिला। मामले में खुद कर्नलगंज इंस्पेक्टर बृजेश सिंह ने केस दर्ज कराया है। रोज पुलिस करती है चेकिंग
गौर करने वाली बात है कि हर थाना क्षेत्र में रोज शाम को चेकिंग अभियान चलता है। इसके बावजूद कभी पुलिस को चेकिंग अभियान के दौरान तमंचा या बम लिये कोई शख्स नहीं मिलता है। जबकि वारदात होने पर पता चला कि गोली मार दी गई। पुलिस की सख्ती किसके लिए है, ये बात अब तो बिल्कुल समझ से परे होती जा रही है।
छात्र पर की गई फायरिंग
छोटा बघाड़ा के रहने वाले सनी यादव प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं। सनी अपने दो साथियों के साथ सिविल लाइंस में एक होटल पर पार्टी करने गए थे। छात्र का आरोप है कि उसने खाने का आर्डर दिया। जब काफी देर तक खाना नहीं आया तो छात्र ने काउंटर पर बैठे चंदन अरोड़ा से देरी की बावत पूछा। आरोप है कि चंदन अरोड़ा ने उसे भाग जाने के लिए कहा। दोनों के बीच बहस होने लगी। इस बीच होटल मालिक ने अपने कई साथियों को बुला लिया। जब वह अपने साथियों के साथ भागा तो हमलावरों ने फायरिंग की। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
3 जून को राजापुर में आदिल की हत्या कर दी गई। हमलावरों ने उसे गोली मारी थी। राजापुर का रहने वाला आदिल ई रिक्शा चलाता था। रात में वह करीब दस बजे घर के पास ई रिक्शा खड़ा करके घूमने निकला। पास में ही वह पान की दुकान पर खड़ा था। इस दौरान पंकज भारतीया, राशिद और शबी उर्फ सनी से उसकी झगड़ा हो गई। इस दौरान आदिल को गोली मार दी गई। उसकी मौत हो गई।
अफसर मीटिंग में व्यस्त, अपराधी मस्त
कोई भी घटना होने पर पुलिस के सीनियर आफिसर फौरन मीटिंग शुरू कर देते हैं। इसके बाद तब तक मीटिंग का दौर चलता रहता है जब तक कि वारदात का खुलासा न हो जाए। आखिर अफसर मीटिंग में अपने जूनियर आफिसर को अवैध असलहों पर रोक लगाने के लिए ताकीद क्यों नहीं करते। अगर ताकीद करते हैं तो फिर अवैध असलहे कैसे बाजार में उपलब्ध हैं जो आसानी से अपराधियों तक पहुंच जा रहे हैं।