ताशकंद मार्ग पर चलना आफत मोल लेने के बराबर

चार महीने पहले डिवाइड बनाकर छोड़ दिया

सड़क चौड़ीकरण किए जाने का है इंतजार, तब तक झेलेगी पब्लिक

शहर के सबसे पॉश सिविल लाइंस एरिया की सड़कें भी पनाह मांग रही हैं। इन पर चलने वाले दोबारा इधर से नही निकलने की कसमें खा रहे हैं। उनका कहना है कि एक किमी लंबी सड़क को पार करने में दुर्गति हो गई। गाड़ी के साकर अैार रीढ़ की हड्डी दोनों का बैंड बज चुका है। सड़कों की हालत इतनी बदतर हो चुकी है। बात हो रही है ताशकंद मार्ग की। गंगा टावर से लेकर सेंट जोसफ चौराहे तक इस इस रोड में अनगिनत गड्ढे हैं। ऊपर से रोड भी अधूरी है।

नही गिन पाए गड्ढे

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पहले दिन झलवा रोड में 500 मीटर पर 50 और दूसरे दिन सीएमपी से बैरहना डाट पुल के बीच तीन सौ मीटर में 250 गड्ढे गिनकर बताए थे। यकीन मानिए ताशंकद मार्ग के गड्ढे हम भी ठीक से नही गिन पाए। इनकी तादाद इतनी अधिक थी। हमने पहले सेंट जोसफ चौराहे से पेट्रोल पंप तक सफर तय किया और फिर यहां से गंगा टावर तक हम बाइक से गए। इस दौरान लगातार लगे झटकों से रीढ़ की हड्डी में दर्द होने लगा।

क्या है इस रोड की कहानी

इस रोड के किनारे फल लगाने वाले कल्लू ने बताया कि वह आठ साल से इस धंधे में हैं। तब से अब तक दो से तीन बार यह रोड बन चुकी है। चार माह पहले डिवाइडर बनाने के बाद रोड के दोनों ओर गिट्टी डाल दी गई। इस रोड का चौड़ीकरण होना है। अभी काम शुरू नही हुआ लेकिन इस बीच रोड पर हुए गड्ढों पर चलना जरूर मुश्किल हो गया है। बारिश होने के बाद हालत अधिक नाजुक हो जाती है। गड्ढों में भरे पानी में लोग गिरकर चोटिल तक हो जाते हैं।

चौपट हो रहा है बिजनेस

सबसे ज्यादा बुरे हाल इस रोड कीदुकानों का है। दिनभर धूल उड़ने से उनका फर्जीचर खराब हो रहा है और गंदगी फैल रही है। दूसरे यह कि रोड खराब होने से लोग यहां रुकना भी नही चाहते हैं। दुकानदारों का कहना है कि जब तक रोड बन नही जाएगी, हमारी दुकानदारी चौपट रहेगी। चाय की दुकान मालिक राजीलाल बताते हैं कि पहले हमारे यहां सुबह से शाम तक भीड़ लगी रहती थी लेकिन अब इक्का दुक्का ग्राहक ही आते हैं। यह सब रोड खराब होन की वजह से है।

सड़क की हालत ज्यादा खराब है। कुछ महीने पहले इसका चौड़ीकरण का काम शुरू हुआ था लेकिन फिर रुक गया। अब यहां से गुजरना मुश्किल हो रहा है।

बाबूलाल

हमलोगों का इधर से अक्सर गुजरना होता है लेकिन इस रोड पर चलना आसान नही है। काफी बड़े गड्ढे हो गए हैं जिस पर चलने से कमर में दर्द होने लगता है।

मो। वसी

सिविल लाइंस शहर का सबसे पॉश एरिया है और यहां पर बनी सड़कों का ख्याल रखना चाहिए। ऐसा न हो कि किसी दिन बड़ा हादसा हो जाए और अधिकारियों का जवाब देना मुश्किल हो जाए।

शुभम

Posted By: Inextlive