संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित आईएएस प्री 2021 में फैक्ट पर आधारित प्रश्न काफी खास रहे. कई प्रश्नों में तथ्यात्मक आंकड़ों ने अभ्यर्थियों को परेशान किया. हालांकि परीक्षा देकर बाहर निकले ज्यादातर अभ्यर्थियों ने क्वैश्चन पेपर को स्टैंडर्ड बताया. लेकिन सेंटर से परीक्षा देकर बाहर निकले विनीत शुक्ल ने बताया कि वह चित्रकूट के रहने वाले हैं. आईएएस का उनका ये सेकेंड अटेम्प्ट है. क्वैश्चन पेपर के बारे में उन्होंने बताया कि पेपर ठीक रहा. लास्ट टाइम की तरह ही पेपर का पैटर्न भी रहा. लेकिन जहां तक प्रश्नों की बात है तो उसमें भूगोल के कई प्रश्न इकोनॉमिक्स और पर्यावरण पर आधारित रहे. करेंट अफेयर से भी कई प्रश्न पूछे गए थे.


प्रयागराज (ब्यूरो)। तीसरी बार आईएएस की परीक्षा देकर निकले कमलानगर के अंकित ने बताया कि उनका ये तीसरा मौका है। जहां तक प्रश्नों की बात है, तो उसमें कोविड के साथ ही वैक्सीनेशन से जुड़े प्रश्न भी पूछे गए थे। जिसमें रीकॉम्बिनेंट वेक्टर वैक्सीन से संबंधित हाल के विकास के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करिए। आनुवंशिक रोगों के संदर्भ में कथनों पर विचार करिए। बॉलगार्ड 1 और बालगार्ड 2 प्रौद्योगिकियों का उल्लेख किसके संदर्भ में किया जाता है। जीवाणु, कवक, विषाणु में से किसको कृत्रिम या संश्लेषित माध्यम से संवर्धित किया जा सकता है। पुर्तगाली लेखक नूनिज के अनुसार, विजयनगर साम्राज्य में महिलाएं किन क्षेत्रों में निपुण थी। आंध्र प्रदेश में मदनपल्ली के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है। सत्रहवीं शताब्दी के पहले चतुर्थांश में इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी का कारखाना कहां पर स्थित था। यूएनईपीएस द्वारा समर्थित कॉमन कार्बन मैट्रिक को किसलिए विकसित किया गया है जैसे प्रश्न पूछे गए थे।

- मेरा आईएएस की परीक्षा में शामिल होने का दूसरा मौका है। परीक्षा में भूगोल, इकोनामिक्स में पर्यावरण पर आधारित प्रश्न पूछे गए थे। ओवर आल पेपर अच्छा था। विनीत शुक्ल, चित्रकूट
- कोविड से रिलेटेड और बैक्टिरियल से संबंधित प्रश्न भी इस बार पूछे गए थे। आईएएस का ये मेरा तीसरा मौका था। पिछले बार के हिसाब से पेपर अच्छा रहा। अंकित- मेरा दूसरा मौका था। फैक्टचुअल प्रश्न अधिक पूछे गए थे। पेपर का स्टैंडर्ड काफी अच्छा था। सीसैट के प्रश्न भी काफी अच्छे थे। करेंट अफेयर में टोक्यो ओलंपिक पर भी प्रश्न पूछे गए थे। ओवरआल पेपर ठीक रहा। डॉ। स्वाती - मेरा 7वां मौका था। हालांकि 2015 के बाद इस बार परीक्षा में शामिल हुआ। पेपर का पैटर्न उस समय के मुकाबले काफी बदला था। वैसे पेपर ठीक रहा। धर्मेन्द्र सिंह

Posted By: Inextlive