Allahabad: डर कर होश न खोएं तो बड़े से बड़े बदमाश को भी मात दी जा सकती है. इसका एग्जाम्पल है रितिका नामक युवती. शातिर अपराधी को वह खुद तो नहीं पकड़ सकी लेकिन ऐसा क्लू जुटाकर पुलिस को दे दिया जिसके जरिए पुलिस चेन स्नैचर्स गैंग तक पहुंच गई.

 

 

 

शातिर अपराधी है रिंकू कचौड़ी

एसएसपी उमेश श्रीवास्तव ने फ्राइडे को चेन स्नेचर्स गैंग का खुलासा करते हुए बताया कि ममफोर्डगंज का रहने वाला रिंकू कचौड़ी शातिर अपराधी है। पिछले दिनों वह जेल से जमानत पर छूटकर आया है। इधर बीच वह चेन स्नैचिंग की घटनाओं में इनवाल्ब हो गया था। पकड़े जाने के बाद उसके पास से लूटी हुई चेन भी बरामद हुई है। उसकी निशानदेही पर कोतवाली एरिया का एक ज्वैलर भी पकड़ा जा चुका है जो लूट के माल को सस्ते दाम पर खरीदकर गला देता था। यह व्यापारी भी लूट केस में जेल जा चुका है। दोनों को दोस्ती नैनी जेल में हुई थी. 

रामबाग तक किया था पीछा

रीतिका ने आई नेक्स्ट रिपोर्टर को बताया कि वह झूंसी गई थी। स्कूटी से सिविल लाइंस लौटते समय केपी कॉलेज के पास बाइक से पहुंचे दो युवकों ने उसके गले से सोने की चेन छीन ली। एलर्ट होने के चलते वह पीछे मुड़ी तो बदमाशों का चेहरा पहचान लिया। घटना के बाद बदमाश मेडिकल कालेज की तरफ भागे तो वह भी डर कर हौसला खोने की जगह उनके पीछे लग गई। यह देखकर बदमाशों ने बाइक रामबाग की तरफ मोड़ दी। रामबाग क्रासिंग के पास जाम होने के कारण रितिका बदमाशों के करीब पहुंच गई और उनकी बाइक का नंबर नोट कर लिया। वह शोर मचाकर बदमाशों को पकड़वाना चाहती थी लेकिन एक विक्रम सामने आ गया। जब तक वह विक्रम के आगे निकलती, बदमाश भाग चुके थे। इसके बाद रीतिका ने जार्जटाउन पुलिस को इसकी जानकारी दी. 

शातिर अपराधी है रिंकू कचौड़ी

पुलिस ने गाड़ी के नंबर और मुखबिर की सूचना पर रिंकू को अरेस्ट कर लिया। उसके पास से चोरी की बाइक भी मिली। पुलिस को रिंकू ने बताया कि उसने सोने की चेन शाहगंज के रहने वाले अरसद बेग को बेची है तो पुलिस अरसद के पास भी पहुंच गई। अरसद के पास से चेन भी बरामद हुआ है। जरायम की दुनिया में अरसद भी बड़ा नाम है। 2010 में कोतवाली में डेढ़ करोड़ की ज्वैलरी डकैती केस में पुलिस ने अरसद के पास से लाखों की ज्वैलरी बरामद किया था. 

महिलाएं ही हैं निशाने पर 

-पिछले आठ दिनों में हो चुकी हैं शहर में दर्जन भर चेन स्नैचिंग की घटनाएं 

-लास्ट थसर्ड और फ्राइडे को पांच स्थानों पर हुई थी स्नैचिंग, हर शिकार थी महिला

-इसी दौरान आगरा की एसडीएम और एक पुलिस वाले की बहन भी बनी थी शिकार

-किसी एक मामले में पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा था

-कभी भी कहीं भी किसी को बना रहे हैं बदमाश टॉरगेट 

-शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों से भी नहीं मिल रही मदद

Posted By: Inextlive