शिवकुटी में जलसंकट हुआ समाप्त.
प्रयागराज ब्यूरो । वाटर सप्लाई पाइप के टूटने से शिवकुटी में उत्पन्न जल संकट तीन दिन बाद पूरी तरह से खत्म हो गया है। पाइप में लीकेज की भी समस्या अब समाप्त हो गई है। घरों में पानी सप्लाई पहुंचते ही लोग खुशी से झूम उठे। मानों उन्हें बड़े दिनों बाद पानी नसीब हुआ हो। पहले दिन से परेशान लोगों की समस्या को लेकर शिद्दत से साथ खड़े रहने के लिए लोगों ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को धन्यवाद दिया। क्योंकि 'दैनिक जागरण आईनेक्स्टÓ समस्या को दूर कराने की लड़ाई में वहां के हजारों लोगों के साथ खड़ा रहा।
एक हजार घरों में ठप थी सप्लाई
शिवकुटी मेला रोड पर महाकुंभ के मद्देनजर चौड़ीकरण का काम चल रहा है। बताते हैं कि इसी के तहत ठेकेदार के द्वारा जेसीबी लगाकर रोड पर खुदाई कराई जा रही थी। ऐसी स्थिति में जेसीबी से पेयजल की मेन पाइप टूट गई। इस मुख्य पाइप से करीब एक हजार से भी अधिक लोगों के घरों में पानी की सप्लाई होती है। पाइप के टूटने से लोगों के घरों में पानी की सप्लाई बंद हो गई। इस 42 डिग्री सेल्सियस तापमान वाली गर्मी में पानी के बंद होते ही लोगों में हाहाकार मच गया। शिकायत के बावजूद जलकल विभाग के अफसर लोगों की समस्या पर गौर नहीं कर रहे थे। यह देखते हुए लोगों की इस समस्या को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के द्वारा प्रमुखता लगातार खबरों को प्रकाशित किया जाने लगा। इसके बाद अधिकारियों की नींद टूटी और ठेकेदार टूटी हुई पाइप को जोड़वाने के लिए एक्टिव हुआ। गुरुवार की देर शाम समस्या समाप्त हुई तो शुक्रवार को लोगों के घरों में पानी पहुंचा। तीन दिन के बाद घरों में पानी पहुंचते ही लोग राहत की सांस लिए।
प्रदीप यादव, शिवकुटी
शिवमुटी मेला रोड पर मेन सप्लाई पाइप टूटने से एक हजार से भी अधिक घरों में पानी संकट उत्पन्न हो गया है। पहले दिन मंगलवार से ही दैनिक जागरण आईनेक्स्ट
ने इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित करना शुरू कर दिया। दूसरे दिन न्यूज छपने के बाद जलकल के लोग मौके पर आए और काम तेजी आई।
गौरव वर्मा, समाजसेवी शिवकुटी
विजय कुमार कनौजिया, शिवकुटी मंगलवार को जब पाइप टूटी तो लग रहा था कि जलकल के लोग जल्दी ही बना देंगे। दूसरे दिन दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने इसे प्राथमिकता से प्रकाशित किया तो अधिकारियों ने सुधि ली। इसके बाद ठेकेदार व जलकल दोनों सक्रिय हुए। नहीं तो कोई समस्या सुन ही नहीं रहा था।
जतन कुमार, शिवकुटी
जिस तरह से शिकायत के बाद भी जलकल के अधिकारी चुप्पी साधे थे, लग रहा था कि इतनी जल्दी यह समस्या ठीक होने वाली नहीं है। मगर, शुक्र है दैनिक जागरण आईनेक्स्ट का जिसने इस मुद्दे को प्रकाशित किया। खबर के जरिए प्रमुखता से हम हजारों लोगों की समस्या को उठाया। इसी का नतीजा रहा तीसरे दिन ही सही पानी मिल गया।
श्रीशदत्त, शिवकुटी
- चंद्रपाल यादव, शिवकुटी