माफिया अशरफ के साले मो.जैद पर है वसूली का आरोप दो से तीन हजार रुपये है किराया


प्रयागराज ब्यूरो । माफिया अशरफ के दम पर उसके सालों ने कमाई का कोई जरिया नहीं छोड़ा। वक्फ की जमीन तो कब्जा कर ली ही ली बल्कि वक्फ की दुकानों का किराया भी खुद वसूलने लगे। पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के सल्लाहपुर में वक्फ की जमीन को लेकर एक नया मामला सामने आया है। पता चला है कि वक्फ दुकानों का किराया माफिया अशरफ के साले वसूल रहे हैं। इसका पता चलने पर मामले की शिकायत पुलिस और प्रशासन से की गई है। ऐसे में जल्द ही वक्फ की दुकानों को खाली कराया जा सकता है।

वक्फ की है 15 दुकानें
वक्फ बोर्ड अपनी जमीनों या संपत्तियों की देखरेख के लिए स्थानीय स्तर पर दुकानें बनवा देता है। ताकि उससे होने वाली आय से खर्च को पूरा किया जा सके। सल्लाहपुर में करीब तीन दशक पर पंद्रह दुकानें बनाई गई थीं। ये दुकानें वक्फ की हैं। इनका किराया वक्फ बोर्ड के स्थानीय मुतवल्ली को वसूलने की जिम्मेदारी होती है। सल्लाहपुर में वक्फ की जमीनों का मुतवल्ली जब से मो.असियम बना उसके कुछ समय बाद से इन दुकानों का किराया मो.जैद के पास जाने लगा। इधर, वक्फ की जमीनों पर कब्जे को लेकर जब मुतवल्ली फरार हुआ तो किराए की वसूली के लिए केयर टेकर माबूद अहमद ने प्रयास किया। पता चला कि किराया मो.जैद के पास जाता है। माबूद अहमद ने इसकी शिकायत पुलिस और प्रशासन के अफसरों से की है। केयर टेकर माबूद अहमद का कहना है कि नियमानुसार किराया वक्फ बोर्ड के मुतवल्ली के पास जाना चाहिए। मगर किराया माफिया के साले द्वारा वसूले जाने की जानकारी हुई है। इन दुकानों का किराया दो से तीन हजार रुपये है।

Posted By: Inextlive