भगवान सूर्य और प्रकृति को समर्पित महापर्व डाला छठ महोत्सव में सोमवार को नहाय खाय के अवसर पर सुबह से ही व्रती महिलाओं के संगम व यमुना तट पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. व्रती महिलाओं ने पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर खुद को पवित्र किया और घर आकर पूजा की तैयारियों में जुट गई. घरों में पूरे दिन पूजा अर्चना के साथ ही छठ मइया के महिमा का बखान करने वाले भजनों में व्रती महिलाएं लीन रही. इस मौके पर छठ पूजा के लिए सबसे जरूरी पवित्रता को ध्यान में रखते हुए व्रती महिलाओं ने नए वस्त्र पहले और नए चावल व गुड़ से तैयार खीर को प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया. इसके बाद मंगलवार को खरना मनाया जाएगा. इसके बाद से ही छठ मईया के सबसे कठिन 36 घंटों के व्रत की शुरुआत होगी.


प्रयागराज (ब्यूरो)। छठ पूजा महोत्सव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सोमवार को डीएम संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में मीटिंग हुई। संगम सभागार में आयोजित हुई मीटिंग के दौरान कार्तिंक मास के शुक्ल पक्ष में सूर्य षष्ठी डाला छठ पर्व को सकुशल सम्पन्न कराये जाने की तैयारियों के सम्बंध में डीएम ने समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी ने छठ पूजा को देखते हुए घाटों पर प्रकाश, साफ-सफाई, गोताखोर, बैरिकेटिंड सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को समय से सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिया है। उन्होंने विद्युत विभाग को घाटों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश भी दिये। जिससे पूजा महोत्सव के दौरान घाटों पर किसी भी प्रकार की असुविधा उत्पन्न ना हो सके। साथ ही सफाई की व्यवस्था के लिए नगरीय क्षेत्रों में नगर निगम एवं नगर पंचायतों में अधिशाषी अधिकारी तथा ग्रामीण क्षेत्रों के घाटों पर जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देशित किया है कि साफ-सफाई की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित रहें।

पार्किंग भी व्यवस्था भी रखें दुरुस्त
छठ पूजा के मौके पर बड़ी संख्या में लोग घाटों पर पहुंचते थे। ऐसे में डीएम ने पुलिस प्रशासन को निर्देशित किया है कि यातायात की व्यवस्था के साथ-साथ पार्किंग की व्यवस्था तथा सुरक्षा आदि की व्यवस्थायें समय से पूर्ण कर ली जाय। उन्होंने गहरे पानी साइनेज एवं बैरिकेटिंड लगाये जाने के निर्देश दिये है। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में घाटों का भ्रमण कर सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिये है। साथ ही सीएमओ को आयोजन स्थलों पर एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के लिए भी कहा। जिससे किसी भी प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी ने निपटा जा सके। जनपद में यह पर्व मुख्य रूप से नगर क्षेत्र के संगम, दशाश्वमेघ घाट, सरस्वतीघाट, बोट क्लब घाट, गउघाट, बलुआघाट, रसूलाबाद घाट, नारायणी आश्रम, सीताराम थानाक्षेत्र शिवकुटी, नींवा, ट्रांसपोर्टनगर, प्रीतम नगर, धूमनगंज एवं गंगापार के फाफामऊ घाट थानाक्षेत्र सोरांव, झूंसी, छतनाग, यमुनापार क्षेत्र में मुख्य रूप से अरैल घाटों पर मनाया जाएगा। मीटिंग के दौरान एडीएम प्रशासन, एसपी सिटी, सीएमओ डॉ। नानक सरन समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive