वोटर्स की सुरक्षा एक बड़ा टास्क
- 43 लाख वोटर्स की सुरक्षा की कमान 25 हजार से अधिक जवानों के जिम्मे
- वल्नरेबल और क्रिटिकल पोलिंग बूथों पर रहेगी पैरामिलिट्री की नजर ब्फ् लाख वोटर्स की सुरक्षा की कमान ख्भ् हजार से अधिक जवानों के जिम्मे - वल्नरेबल और क्रिटिकल पोलिंग बूथों पर रहेगी पैरामिलिट्री की नजर ALLAHABAD: allahabad@inext.co.inALLAHABAD: लोकसभा चुनाव के पहले के चरणों में जिस तरह से हिंसा और बूथ कैप्चरिंग की खबरें आई हैं, उसको देखते हुए वोटर्स की सुरक्षा एक बड़ा टास्क होगा। वोटर्स में इस बार वोटिंग को लेकर जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। बावजूद इसके चुनाव आयोग ने जिले को फोर्स उपलब्ध कराने में थोड़ी कंजूसी कर दी है। आंकड़ों पर जाएं तो सात मई को होने वाली वोटिंग में 43 लाख वोटर्स की सुरक्षा के लिए जिले भर में 25 हजार से अधिक जवान लगाए जा रहे हैं। एक नजर देखने में यह संख्या थोड़ी कम जरूर लगती है, फिर भी जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण चुनाव कराने का पूरा भरोसा जताया है।
171 वोटर्स पर एक जवानइस बार चुनाव से पहले वोटर्स ने जिस तरह से उत्साह दिखाया है, वह वाकई काबिले तारीफ है। दो चरणों में चले अभियान के दौरान वोटर्स की संख्या 37 लाख से बढ़कर 43 लाख पहुंच गई है। ऐसे में वोटिंग के दौरान उनको सुरक्षा की जबरदस्त दरकार है। जिला प्रशासन की ओर से इस बार चुनाव में पैरामिलिट्री फोर्स, पीएसी और सिविल पुलिस मिलाकर कुल 25 हजार से अधिक जवान तैनात किए जा रहे हैं। अगर रेशियो निकाला जाए तो 171 वोटर्स पर एक जवान की तैनाती होगी। सुरक्षा की दृष्टि से रेशियो थोड़ा विचलित करने वाला जरूर है। लेकिन प्रशासन पूरी तरह से आस्वस्त है।
चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर एक नजर कुल पैरामिलिट्री फोर्स- 32 कंपनी यानी 4480 जवान कुल पीएसी- 11 कंपनी यानी 1188 जवान सिविल पुलिस- दस हजार