Ram Mandir in Ayodhya: मार्गदर्शक मंडल की मांग न्यास के मॉडल पर हो मंदिर निर्माण Praygaraj News
प्रयागराज (ब्यूरो)। माघ मेला क्षेत्र यानी परेड मैदान में स्थापित विश्व हिंदू परिषद के पंडाल में केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक सोमवार को आयोजित की गई। इसमे पूरे देश से 200 से अधिक संतों ने शिरकत की। इस मीटिंग में राम मंदिर निर्माण, सीएए सहित कई मुद्दों पर संतों ने चर्चा की। वहीं निर्णय लिया गया कि राम मंदिर न्यास के प्रस्तावित मॉडल पर ही आयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया है कि न्यास का गठन 9 फरवरी तक किया जाए। नौ फरवरी तक संत प्रतीक्षा करेंगे। न्यास गठन के बाद न्यास की रूप रेखा को देखते हुए संत तिथि घोषित करेंगे।
25 मार्च से 8 अप्रैल हनुमान जयंती तक मनेगा रामोत्सव
मार्गदर्शक मंडल की बैठक में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय पदाधिकारियों व संतों ने निर्णय लिया कि 25 मार्च को चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन यानी वर्ष प्रतिपदा से रामनवमी और आठ अप्रैल को हनुमान जयंती तक रामोत्सव मनाया जाएगा। पंद्रह दिन तक पूरे देश के गांवों में पद यात्रा निकाल कर मंदिर के प्रस्तावित मॉडल के साथ रथ यात्रा-शोभायात्रा निकाली जाएगी। राम शिला पूजन में पांच लाख 75 हजार गांव में अभियान चलाया गया था।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने बताया कि मार्गदर्शक मंडल की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
- राम मंदिर न्यास के प्रस्तावित मॉडल पर ही आयोध्या में भव्य राम मंदिर बने।- नागरिकता संशोधन अधिनियम का सभी संत समाज समर्थन करते हैं। सीएए मुस्लिम के खिलाफ नहीं है, लोगों को समझाया जाएगा।- पश्चिमी सभ्यता के कारण हिंदू संस्कारों के क्षरण के साथ ही धर्मातरण को ध्वस्त करने के लिए संत समाज लोगों को अवेयर करेगा। नौ फरवरी के बाद घोषित होगी राम मंदिर निर्माण की तिथि
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया है कि न्यास का गठन 9 फरवरी तक किया जाए। नौ फरवरी तक संत प्रतीक्षा करेंगे। न्यास गठन के बाद न्यास की रूप रेखा को देखते हुए संत तिथि घोषित करेंगे। वहीं सतों का मानना है कि राम जन्म भूमि न्यास को ही राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी दी जाए। राम मंदिर न्यास ने ही आंदोलन चलाया है , इसलिए संतों की भी यही राय है कि राम जन्म भूमि न्यास को मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी दी जाए। विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में संतों ने यह निर्णय लिया। विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में परमानंद महाराज, श्रीमहंत फूलडोल महाराज, सुरेश दास महाराज, डा। राम विलास वेदांती महाराज, रामेश्वरदास महाराज, संग्राम महाराज, रामानंद महाराज, सुगदेंदु तीर्थ जी महाराज, कार्याध्यक्ष विहिप आलोक कुमार, दिनेश चंद्र प्रबंध समिति सदस्य, डा। स्वामी श्याम देवाचार्य, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी, संतोष दास महाराज आदि मौजूद रहे।