स्कूल में मिले थे स्नेहिल और अर्पी बन गए गहरे दोस्त


प्रयागराज ब्यूरो । ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि कई सालों पुरानी दोस्ती शादी में बदल जाए। क्योंकि आजकल रिश्तों की डोर इतनी कमजोर होती है कि पल भर में टूट जाती है। लेकिन स्नेहिल और अर्पी का रिश्ता ऐसा नही है। दोनों दस साल तक फेयर दोस्ती निभाई। दोनों के मन में आगे चलकर शादी करने विचार था और इसे पूरा करने के लिए उन्होंने अपने दोस्ती के रिश्ते में बंदिशें भी बनाईं और लिमिट्स भी क्रिएट कीं। नतीजा यह रहा कि दोनों की दस साल पुरानी दोस्ती एक अटूट रिश्ते में तब्दील हो गई। एपीएस में हुई थी मुलाकात


स्नेहिल और अर्पी की पहली मुलाकात इलाहाबाद पब्लिक स्कूल में हुई थी। दोनों क्लास टवेल्थ में पढ़ रहे थे। पहली ही नजर में दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। ऐसा लगा कि कोई बहुत पुराना दोस्त मिल गया हो। दोनों में बातचीत शुरू हुई तो विचार भी मिलने लगे। दोनों की दोस्ती काफी गहरी हो गई। अगर एक को कोई दुख होता था तो दूसरा उसे खुश करने में अपना सबकुछ झोक देता था। कुछ दिन बाद दोनों को लगने लगा कि वह एक दूसरे से प्यार करने लगे हैं। परिजनों ने नही किया विरोध

कई सालों तक परिजनों को दोनों की दोस्ती के बारे में कुछ भी पता नही चला। क्योंकि दोनों इंटर कास्ट थे। अर्पी जाति की कायस्थ थी तो स्नेहिल ब्राम्हण परिवार से बिलांग करते थे। लेकिन एक दिन स्नेहिल ने अपने माता पिता को अपने और अर्पी के बीच के रिश्ते की जानकारी दी। जिसे परिजनों ने तत्काल मान लिया। उधर अर्पी के घर वालों ने भी थोडा बहुत सोच विचार कर रिश्ते को हरी झंडी दे दी। इसके बाद 3 दिसंबर 2022 को दोनों की शादी हो गई। वर्तमान में दोनों मुंबई शिफ्ट हो चुके हैं और अलग अलग कंपनी में जॉब कर रहे हैं। दोनों ने एक दूसरे को किया सरप्राइज

अर्पी कहती हैं कि हमारे बीच दस साल तक दोस्ती और प्यार का रिश्ता जरूर रहा लेकिन कभी भी वैलेंटाइन डे को इस तरह से सेलिब्रेट नही किया। हमने अपने रिश्तों की मर्यादा को कभी नही लांघा। शादी के बाद यह हमारा पहला वैलेंटाइन है जिसमें हमने रोमांटिक डिनर डेट की। इतना ही नही, दोनों ने एक दूसरे को रोज डे और चाकलेट डे पर सरप्राइज भी किया। हमने इसे खूब इंज्वॉय किया। क्योंकि दोनों को यह अहसास नही था कि दोनों सरप्राइज होने वाले हैं। हमनें वैलेंटाइन डे पर भी कुछ स्पेशल प्लान किया है जिसे डिस्क्लोज नही किया जा सकता है।कभी ब्रेक मत करना कम्युनिकेशनअर्पी कहती हैं कि रिलेशनशिप को लांग टाइम चलाना है तो कभी भी कम्युनिकेशन को ब्रेक नही करना चाहिए। आपस में बातचीत चलते रहने से हर प्राब्लम का हल निकल आता है। इसी तरह विश्वास करना भी जरूरी है। किसी भी रिश्ते की बुनियाद में पहली ईंट विश्वास और समर्पण की ही लगती है।

Posted By: Inextlive