जिले के 97 अस्पतालों में चले टीकाकरण के सत्र

कोरोना से शहर में दहशत है लेकिन, इससे भविष्य में सुरक्षित रहने का हथियार यानी कोविड वैक्सीन लगवाने का उत्साह बरकरार है। शनिवार को वीकेंड कफ्र्यू के बावजूद टीकाकरण केंद्रों पर 2400 से अधिक लोग पहुंचे। शहर में पहली डोज लगवाने तो ग्रामीण क्षेत्र में दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या अधिक रही। टीका लगवाने वालों की यह संख्या भले ही पिछले दिनों की अपेक्षा काफी कम हो लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसे पॉजिटिव नजरिए से देख रहे हैं।

बराबरी से लड़ रहे हैं कोविड से जंग

एक तरफ कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है और मौत के दैनिक आंकड़े डरावने हो चले हैं तो वहीं टीकाकरण केंद्रों पर 45 साल से अधिक उम्र के लोग व बुजुर्गो के पहुंचते कदम इस बात के गवाह हैं कि कोविड-19 से युद्ध जोरों पर है। शनिवार को 97 अस्पतालों में टीके लगाए गए। शहर व देहात मिलाकर 2400 से अधिक लोगों ने टीके लगवाए। टीकाकरण के नोडल अफसर डा। आरएस ठाकुर ने कहा कि वीकेंड कफ्र्यू के दौरान, जबकि लोग अपने घरों में थे, बाजारें बंद रहीं। ऐसे में इतने अधिक लोगों का टीके लगवाने पहुंचना बड़ी बात है। कहा कि टीकाकरण अनवरत चलता रहेगा। जो भी लोग टीके लगवा लेंगे उनमें कोरोना से होने वाला खतरा काफी हद तक कम रहता है।

एक मई की तैयारी

एक मई से टीकाकरण की रफ्तार में और भी तेजी आने के आसार हैं क्योंकि शासनादेश के अनुसार 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को इस तारीख से टीके लगने हैं। उन दिनों तक वैक्सीन भी भरपूर मात्रा में स्टोर करने की कवायद चल रही है। डा। आरएस ठाकुर ने कहा कि युवाओं की टोलियां टीके लगवाने के लिए निकल सकती हैं इसलिए उसी तरह अनुसार तैयारी की जा रही है।

Posted By: Inextlive