वैक्सीनेशन का सफर: अब टॉपर में नाम
माह टीकाकरण
जनवरी (2021) 11054
फरवरी 51575
मार्च 117625
अप्रैल 189049
मई 221808
जून 274860
जुलाई 361993
अगस्त 584496
सितंबर 939300
अक्टूबर 841889
नवंबर 954150
दिसंबर 900679
जनवरी (2022) 806166 (अब तक)
कुल वैक्सीनेशन- 6254644
मेल- 4190568
फीमेल- 3050883
थर्ड जेंडर- 2672
जिले में लगी को वैक्सीन की डोज- 628932
जिले में लगी स्पूतनिक वी की कुल डोज- 4662
पहली डोज का परसेंटेज- 87
दूसरी डोज का परसेंटेज- 58
प्रदेश में मिला दूसरा स्थान
देखा जाए तो प्रयागराज प्रदेश में जनसंख्या के मामले में सबसे बड़ा जिला है। यहां वैक्सीनेशन की दोनों डोज का लक्ष्य 45.16 लाख दिया गया है। बावजूद इसके वर्तमान में जिला प्रदश्ेा में दूसरे स्थान पर है। पहले नंबर पर राजधानी लखनऊ है। दोनों के बीच महज 2.5 लाख डोज का अंतर है। अधिकारियों का कहना है कि जिस रफ्तार से वैक्सीनेशन हो रहा है, ऐसे में जल्द ही लखनऊ को भी पीछे कर दिया जाएगा। दो दिनों में जिले में दो लाख से अधिक डोज लगाई जा चुकी है। एक सप्ताह में छह बार प्रयागराज प्रदेश में पहले नंबर पर आ चुका है।
पहली और दूसरी डोज लगाए जाने के बाद हाल ही मे तीसरी लहर को देखते हुए सरकार ने बूस्टर डोज को भी हरी झंडी दे दी है। प्रयागराज में दिन प्रतिदिन बूस्टर डोज लगवाने वालों की संख्या बढ़ रही है। बता दें कि हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स के अलावा सीनियर सिटीजंस को बूस्टर डोज लगाई जानी है। हेल्थ वर्कर्स को लगी बूस्टर डोज- 3646
फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगी बूस्टर डोज- 2858
सीनियर सिटीजंस को लगी बूस्टर डोज- 2230
वैक्सीनेशन में कमियां
पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में दिक्कत।
डोज लगवाने के बाद पोर्टल पर अपडेशन प्रॉपरली न होना।
शुरुआत में टीके का उचित प्रचार प्रसार नही किया जाना।
कोरोना वैक्सीेन से होने वाले साइड इफेक्ट को हाई लाइट नही किया जाना।
अभी हम प्रदेश में दूसरे स्थान पर आ चुके हैं। ओवर आल यह अचीवमेंट है। जल्द ही पहले प्लेस पर आएंगे। लोगों में उत्साह दिख रहा है। जल्द ही बूस्टर डोज का टारगेट भी एचीव कर लिया जाएगा।
तीरथ लाल
वैक्सीनेशन प्रभारी, स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज
बढ़े डिस्चार्ज केसेज, मिली राहत
लगातार चौथे दिन 400 से अधिक संक्रमित आए सामने
73 मरीज ठीक होने के बाद किए गए डिस्चार्ज
वैक्सीनेशन में लहराया परचम, एक लाख से अधिक टीकाकरण की लगी हैट्रिक
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शनिवार को डिस्चार्ज केसेज ने राहत दी है। चौबीस घंटे में 73 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया और इसमें से दो अस्पताल से और 71 को होम आइसोलेशन से आजादी दी गई। हालांकि लगातार चौथे दिन चार सौ से अधिक मामलों ने दस्तक दी है। इस तरह से जिले में एक्टिव केसेज की संख्या भी 2500 से अधिक हेा गई है।
धीरे धीरे बढ़ेगी संख्या
बताया जा रहा है कि अब रोजाना डिस्चार्ज होने वाले केसेज की संख्या में बढ़ोतरी होगी। क्योंकि इस बार माइल्ड केसेज होने की वजह से सात दिन में डिस्चार्ज किए जाने की गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है। शनिवार को कुल 414 कोरोना संक्रमण के मामले मिले हैं। चौबीस घंटे में 8183 लोगों का सैंपल लेकर जांच की गई है। इस तरह से जिले में एक्टिव केसेज की संख्या 2646 पहुुच गई है।
ये लोग हो गए संक्रमित
शनिवार को भी संक्रमित होने वालों की लिस्ट लंबी रही। इनमें मेडिकल कॉलेज के दो डाक्टर, यूनाइटेड मेडिसिटी की एक नर्स, प्राइवेट अस्पताल की एक नर्स, बहादुरपुल ब्लाक के एडीओ, एसबीआई के बैंक मैनेजर, सीएचसी कोटवा के एआरओ और एमनएनआईटी के प्रोफेसर का नाम शामिल रहा। इन सभी को आइसोलेशन में रखा गया है।
वैक्सीनेशन में हो गई बल्ले बल्ले
इस बीच वैक्सीनेशन में एक लाख से अधिक टीकाकरण की हैट्रिक लग गई। लगातार तीसरे दिन एक लाख 3 हजार 550 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गई है। प्रदेश में दूसरे नंबर पर गाजीपुर और तीसरे नंबर पर कुशीनगर रहा है। साथ ही शनिवार को 15 से 18 साल के किशोरों को 16145 टीके की डोज दी गई है। बूस्टर डोज की संख्या 1465 रही है।
जिस तरह केसेज बढ़ रहे हैं उसी तरह से डिस्चार्ज केसेज की संख्या में भी बढ़ोतरी जारी रहेगी। माइल्ड लक्षण वाले मरीजों को सात दिन में डिस्चार्ज किया जा रहा है।
डॉ। ऋषि सहाय, कोरोना नोडल, स्वास्थ्य विभाग, प्रयागराज