वैक्सीनेशन है जरूरी, मत बनाइये दूरी
एक अप्रैल से लगातार आ रही गिरावट
केंद्रों पर घट रही है वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या में लगातार गिरावट बनी हुई है। इस माह आंकड़ों में जिस तरह कमी आई है वह वाकई चिंता की बात है। सरकार ने भी इस बार अफसोस जताया है। कोरोना के डर से लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। इसकी वजह से वैक्सीनेशन का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है। कोरोना के खिलाफ जंग में यह जरा भी सही साबित नहीं हो हा है। जबकि डॉक्टर्स का कहना है कि वैक्सीनेशन के बाद कोरोना का खतरा कम हो जाता है। लोग चाहें तो एहितयात के साथ वैक्सीन लगवा सकते हैं। प्रतिदिन छह हजार लोगों ने लगवाया टीकासरकार की मंशा थी कि रोजाना कम से कम दस हजार लोग टीकाकरण केंद्र पर पह़ुंचे। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। कोरोना के मामले बढ़ने के बाद एक अप्रैल के बाद से जिले में रोजाना औसतन छह हजार लोग कोरोना टीका लगवा रहे हैं। यह संख्या काफी कम है। आंकड़ों पर जाएं तो एक अप्रैल से लेकर अभी तक जिले में कुल 1 लाख 63 हजार 594 लोगों ने टीकाकरण करवाया है। वही 16 जनवरी को हुई शुरुआत के बाद से अब तक 3 लाख 35 हजार एक हजार 75 लोगों ने कोरोना वैक्सीनेश कराया है।
एक सप्ताह में गिरा है ग्राफ जिस तेजी से कोरोना संक्रमण का ग्रफ बढ़ा है उसके बाद से तो जैसे लोगों ने वैक्सीनेशन से दूरी बना ली है। जानकारी के मुताबिक पिछले एक सप्ताह में रोजाना औसतन 3 से 4 हजार लोग ही टीका लगवा रहे हैं। अब तक आंकडों में इतनी गिरावट दर्ज नही की गई है। वर्तमान में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना टीका लगाया जा रहा है। इन लोगों को सहूलियत भी दी गई है। अब सेंटर पर ही पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर टीका लगाया जा रहा है। क्या हैं फायदेंडॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना टीका लगवाने के बाद संक्रमण के मामलों से होने वाले नुकसान में कमी आई है। जिन लोगों ने टीके की दोनों डोज लगवा ली है और उनको प्रॉपर टाइम मिल गया है उनका शरीर संक्रमित होने के बाद भी खतरनाक वायरस का मुकाबला कर रहा है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं। ऐसे रेयर मामले मिले हैं जिनमें दोनों डोज लगवाने के बाद लाभार्थी को कोरोना से नुकसान पहुंचा हो। उनका कहना है कि जितनी तेजी से टीकाकरण होगा, संक्रमण का खतरा उतना ही कम होता जाएगा। इस बात को आम जनता को भी समझना होगा। बता दें कि एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को का टीकाकरण होना है। जिसकी तैयारी चल रही है।
कोरोना का टीका लगवाने वालों का ग्राफ कम हुआ है। इसे बढ़ाने का काम चल रहा है। बहुत से लोग हैं जिनको पहली डोज के बाद संक्रमण हो गया है और वह केंद्र तक नही पहुंच पा रहे हैं। कुछ लोग डरे हुए हैं। लेकिन लोगों से अपील है कि एहितयात के साथ वह टीका लगवा सकते हैं। डॉ। आरएस ठाकुर एसीएमओ व वैक्सीनेशन इंचार्ज प्रयागराज