यूपीआरटीओयू के दिसंबर सत्र की परीक्षा का आगाज आज
प्रयागराज (ब्यूरो)। राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की सत्र दिसम्बर-2023 की परीक्षाएं प्रदेश के 163 केंद्रों पर 2 जनवरी से प्रारंभ हो रही हैं। सेंटर्स की लिस्ट में चार सेंट्रल जेलों का भी नाम है। परीक्षा में करीब 60 हजार छात्र शामिल होंगे। सोमवार को यह जानकारी यूपीआरटीओयू की वीसी प्रो। सीमा सिंह ने दी। उन्होंने परीक्षा का डिटेल भी शेयर किया। बताया कि हर दिन परीक्षा दो पालियों में होगी.उन्होंने बताया कि सभी विषयों के परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र ऑनलाइन कर दिए गए हैं। जिन्हें डाउनलोड कर परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
गोरखपुर रीजन में 27 केन्द्र
प्रोफेसर सिंह ने बताया कि गोरखपुर रीजन में सबसे अधिक 27 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। दूसरे स्थान पर प्रयागराज रीजन है। यहां कुल 24 सेंटर बनाये गये हैं। वाराणसी रीजन में 22, अयोध्या रीजन में 17, आजमगढ़ रीजन में 15, लखनऊ रीजन में 14, कानपुर और आगरा रीजन में 11, झांसी रीजन में 7, मेरठ रीजन में 6, गाजियाबाद रीजन में 3 तथा बरेली रीजन में 2 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। वाइस चांसलर प्रो। सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी जेल बंदियों की शिक्षा के लिए भी प्रयासरत है। इस बार दिसम्बर सत्र की परीक्षा में प्रदेश में 4 केंद्रीय कारागारों प्रयागराज, गाजियाबाद, अयोध्या तथा बरेली केन्द्रीय कारागार को सेंटर बनाया गया है। यहां बंदी परीक्षा में शामिल होंगे। मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर सिंह ने आज परीक्षा नियंत्रक, अन्य अधिकारियों एवं क्षेत्रीय केंद्र समन्वयकों के साथ बैठक करके परीक्षा की तैयारी का जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये।
उन्होंने बताया कि परीक्षा को पारदर्शिता पूर्ण ढंग से सकुशल संपन्न कराने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जिसके अंतर्गत इस बार परीक्षा कक्ष के अंदर केंद्र प्रभारी के अतिरिक्त अन्य सभी का मोबाइल प्रतिबंधित रहेगा। इसके साथ ही परीक्षा केन्द्रों में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए उड़ाका दल एवं पर्यवेक्षक दल का गठन किया गया है। कुलपति प्रोफेसर सिंह ने बताया कि प्रदेश में किसी भी केंद्र पर किसी भी परीक्षार्थी को कोई परेशानी न हो, परीक्षार्थियों की समस्या के त्वरित समाधान के लिए परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में सहायता पटल स्थापित किया गया है। परीक्षा केंद्रों के समीप पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती के लिए प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से आग्रह किया गया है।