भविष्य में यूपी बोर्ड में नहीं होगी बी-कॉपी
आने वाले वर्षो में इंटरमीडिएट में लागू करने की तैयारी, हाईस्कूल में नहीं होगा बदलाव
नकल और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बोर्ड की ओर से होगी नई पहल prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: यूपी बोर्ड में इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में बहुत जल्द ही बी-कॉपी की व्यवस्था खत्म होने जा रही है। हालांकि हाईस्कूल परीक्षा में पूर्व की भांति ही व्यवस्था लागू रहेगी। बोर्ड अधिकारियों का मानना है कि इस व्यवस्था से फर्जीवाड़ा करने या कॉपी गायब होने संबंधी आरोपों में कमी आएगी। इस दिशा में जरूरी कदम उठाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, ताकि आने वाले वर्षो से इसे लागू किया जा सके। उत्तर पुस्तिका में बढ़ेगी पेज की संख्याबोर्ड परीक्षा में बी-कॉपी के कांस्पेक्ट को खत्म करने के लिए बोर्ड की ओर से उत्तर पुस्तिका में पेजों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे स्टूडेंट्स को बी-कॉपी की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। इंटरमीडिएट में कापियों में पेज की संख्या बढ़ाई जाएगी। जबकि हाईस्कूल में पूर्व जैसी व्यवस्था ही लागू की जाएगी। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि कई स्टूडेंट्स होते हैं, जिनका कहना होता है कि उनकी बी-कॉपी में ही ज्यादातर प्रश्नों के उत्तर रहते है। ऐसे आरोपों से बचने के लिए बोर्ड की ओर से नई व्यवस्था लागू की जा रही है।
पहली कापी पर देनी होगी कुल कॉपी की डिटेल
यूपी बोर्ड की ओर से इस वर्ष से नई व्यवस्था बनायी गई है। इसमें पहली कॉपी में बी-कॉपी समेत कुल कॉपियों की डिटेल देना अनिवार्य होगा। ऐसा नहीं करने की स्थिति में बी या उससे अधिक कॉपियों के मूल्यांकन में गड़बड़ी होने पर बोर्ड की ओर कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। बी-कॉपी की व्यवस्था खत्म करने की प्लानिंग पर वर्क शुरू हो गया है। भविष्य में आयोजित होने वाली परीक्षाओं के लिए शीघ्र अगले वर्ष तक नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। -नीना श्रीवास्तव सचिव, यूपी बोर्ड 28 पेज होते हैं इंटरमीडिएट में पहली कॉपी में अभी तक 32 पेज होंगे नई व्यवस्था के बाद इंटरमीडिएट में पहली कापी में 12 होती है बी-कॉपी में कुल पेजों की संख्या 14 होती है हाईस्कूल की कॉपी में पेजों की संख्या कवर के साथ