यूपी बोर्ड के स्कूलों में प्रार्थना से होगी शुरुआत
प्रयागराज ब्यूरो । सप्ताह में दो दिन शिक्षाधिकारी पहुंचेंगे प्रार्थना सभा में, पुरा छात्र व प्रशासनिक अधिकारी भी करेंगे प्रेरितउत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने शैक्षिक सत्र 2023-24 में पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए बड़ी पहल की है। नए सत्र में नया सवेरा स्लोगन के साथ इस नई पहल की शुरुआत करने शनिवार सुबह 6.40 बजे यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल राजकीय इंटर कालेज की प्रार्थना सभा में पहंच गए। बच्चों को नैतिक ज्ञान की सीख देने के साथ पढ़ाई के बदले तौर-तरीके में खुद को सतत अपडेट रखने की सीख विद्यार्थियों को दी।सभी डीआईओएस को निर्देश जारी
इस कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालयों की प्रार्थना सभा में पहुंचकर छात्र-छात्राओं को अभिप्रेरित करने के लिए बोर्ड सचिव ने प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआइएएस) को आदेश जारी किए हैं। इसके तहत विद्यालयों में पठन-पाठन का माहौल शुरू से ही बेहतर रखने के लिए प्रत्येक सप्ताह में दो दिन विद्यालयों की प्रात:कालीन सभा में डीआइओएस एवं अन्य शिक्षाधिकारी उपस्थित होकर विद्यार्थियों से प्रेरणादायक संवाद करेंगे। इसमें प्रेरणास्पद संस्मरण, प्रतियोगी परीक्षाओं में के प्रारूप में नित नए परिवर्तनों के अनूरूप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, करियर का चुनाव, अनुशासित दिनचर्या एवं नियमित अध्ययन का महत्व, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लाभ आदि पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। इसमें पुरा मेधावी विद्यार्थियों को भी आमंत्रित किया जाएगा, जिससे वह भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बन सकें। प्रशासनिक अफसर भी बुलाए जाएंगेइनके अलावा उच्च प्रशासनिक अधिकारियों, राजनीति से लेकर कला, विज्ञान, चिकित्सा, व्यवसाय, सेना आदि में उच्च पदस्थ अधिकारियों को भी आमंत्रित करने के निर्देश डीआइओएस को दिए गए हैं। प्रथम चरण में प्रदेश के सभी राजकीय एवं सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में यह आयोजन किया जाएगा। शनिवार को इस पहल का शुभारंभ करते हुए सचिव ने जीआइसी में प्रेरणादायक संस्मरण सुनाए। साथ ही कहा कि विद्यार्थियों को भविष्य में क्या करना है, गुणवतापूर्ण शिक्षा और प्रतियोगिता के इस दौर में वह कैसे सफल हों जैसे विषय पर टिप्स दिए। द्वितीय पाली की सभा में सचिव के साथ बोर्ड के उप सचिव (प्रशासन) देवब्रत सिंह एवं माध्यमिक शिक्षा परिषद् के गणित विषय की विशेषज्ञ डा। वैशाली तिवारी एवं अंग्रेजी विषय की विशेषज्ञ जूही श्रीवास्तव ने भी विद्यार्थियों से संवाद स्थापित किया।