आवेदन फार्म को भरने के लिए विकास भवन में उमड़ी जबरदस्त भीड़फार्म के लिए काउंटर पर कतार में खड़े युवा घंटों करते रहे नंबर आने का इंतजार1800 आवेदन मांगे गए हैं स्वच्छाग्राही के

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। महाकुंभ 2025 के लिए स्वच्छा ग्राही का आवेदन का क्या मांगा गया बेरोजगार युवाओं की भीड़ टूट पड़ी। पिछले तीन दिनों से फार्म भरने के लिए विकास भवन में जबरदस्त भीड़ हो रही है। शनिवार को यहां फार्म की चाह में हजारों युवा व युवतियां एवं महिलाएं घंटों कतार में खड़ी नजर आईं। ज्यादातर लोगों को काम के बारे में पता भले नहीं था, मगर वह इस काम को हासिल करने के लिए जूझते रहे। जिससे भी पूछा गया, बस एक ही जवाब मिला। भाई बेरोजगारी से अच्छा है महाकुंभ में स्वछाग्राही का ही काम ठीक है। कम से कम दो तीन महीने तो कुछ पैसा मिल ही जाएगा।

काम पता नहीं पर फार्म चाहिए
बेरोजगारी की आग में युवा किस कदर झुलस रहा है। इसका उदाहरण शनिवार को विकास भवन में देखने को मिला। दरअसल महाकुंभ में स्वच्छाग्राही का काम करने के लिए आवेदन मांगा गया था। यह खबर मिलते ही बेरोजगार युवा फार्म भरने के लिए दौड़ पड़े। विकास भवन में सुबह से दोहर तक कतार में खड़े रहे। फार्म पाते ही चेहरे पर ऐसी खुशी तैर रही थी मानों वे बहुत बड़ी सफलता हासिल कर लिए हों। फार्म के लिए यहां कतार में खड़े लोग काउंटर के पास धक्का मुक्की करते रहे। ज्यादातर लोगों को यह तक पता नहीं था कि महाकुंभ में काम क्या करना है। किए गए सवाल पर बस एक ही जवाब देते रहे पहले मिले तो, जो भी काम होगा करेंगे। मकसद सिर्फ इतना ही कि किसी सूरत यह काम वह पा जाएं बस। इस भीड़ में युवाओं के साथ युवतियां व महिलाएं भी फार्म के लिए जूझती हुई नजर आईं। काउंटर पर फार्म वितरित करने वालों की मानें तो स्वछाग्राही के कुल 1800 आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन अब तक हजारों में आ चुका है। प्रति माह उन्हें कितना दिया जाएगा, यह फिलहाल अभी बहुत क्लियर नहीं है।

महाकुंभ में काम के लिए फार्म भरने के लिए आए हैं। भीड़ बहुत है और कतार भी लंबी है। काम जो भी देंगे किया जाएगा। तीन महीने ही सही बेरोजगार बैठने से तो अच्छा ही है।
कौशलेश, मीरजापुर

क्या काम का करना है हमें नहीं मालूम। महाकुंभ में काम का फार्म है भरने आए हैं। काम मिलेगा तो करेंगे ही तभी न आए हैं। फार्म तो हम भर दिए हैं। मेला में इसके पहले तो कभी नहीं काम किए। पैसा कितना मिलेगा यह भी नहीं पता।
सरिता देवी, अमिलियन

महाकुंभ में स्वच्छाग्राही के लिए फार्म भरवाए जा रह हैं तो काम इसी से सम्बंधित कुछ होगा। फार्म भर दे रहे हैं हो जाएगा तो करेंगे। कुछ तो मिलेगा ही। भीड़ इतनी है कि फार्म मिलना ही मुश्किल हो गया है।
पियूष वर्मा, सैदाबाद

Posted By: Inextlive