अतिव्यस्त व घनी मार्केट में दुकानें बंद कर घरों में दुबके रहे कारोबारीरोड पर सिर्फ पुलिस के जवान और अफसर एवं पत्थरबाजों की दिखी भीड़शहर के अटाला एरिया यूं तो काफी व्यस्त रहता है. दिन में यहां रोड पर चलना मुश्किल हो हो जाता है. मगर शुक्रवार को हुए बवाल की वजह से खुल्दाबाद थाने से लेकर पूरे अटाला में सन्नाटा पसर गया. पूरे इलाके में अघोषित कफ्र्यू जैसे हालात थे. दुकानों के शटर पूरी तरह बंद कर लोग घरों में दुबके रहे. महिलाएं व बच्चे ही नहीं डरे सहमें पुरुष भी छत से पूरे मंजर को निहारते रहे. कोई भी दरवाजा खोलकर रोड पर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा रहा था. इस बवाल का असर काल्विन काल्विन हॉस्पिटल से लेकर शाहगंज थाने तक देखने को मिला. हर जगह सन्नाटे की स्थिति रही. सभी इस बात से खौफजदा थे कि अराजकतत्व कब किस जगह आग लगा दें कुछ कहा नहीं जा सकता.


प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रयागराज स्टेशन चौराहे से निकलकर खुल्दाबाद थाने के सामने से एक रोड सीधे अटाला करेली साठ फीट रोड मोड़ होते हुए आगे निकल गई है। इस रोड के दोनों तरफ दुकानें हैं। स्टेशन साइड से जाने पर बाईं ओर कई मस्जिद है। यह सड़क आम दिनों में इतनी व्यस्त रहती है कि गाड़ी से तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। इसी रोड पर अटाला चौराहे से आगे राइस काम्प्लेक्स तिराहा है। शुक्रवार दोपहर दो बजे हुआ पूरा बवाल इसी कम्प्लेक्स तिराहे लेकर आसपास के एरिया में सिमटा रहा। अराजकतत्वों द्वारा इसी चौराहे पर सुरक्षा में लगी पुलिस पर पथराव शुरू किया गया था। चौराहे पर शांति और सुरक्षा ड्यूटी कर रहे पुलिस के जवानों और अफसरों के ऊपर तीनों तरफ से पत्थरबाजी की गई। पीछे दाहिनी ओर एक कई गलियां रिहायसी बस्ती में जाती हैं। चौराहे पर पथराव शुरू हुआ तो पुलिस बचाव की मुद्रा में आ गई। यह देखकर आसपास की गलियों से भी झुण्ड के झुण्ड पत्थर बाज पुलिस पर टूट पड़े। कानून के रस्सी से बंधी पुलिस हर तरफ से बरस रहे पत्थरों से खुद को बचाते ही अराजकतत्वों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की हिदायत देती रही। मगर पूरी प्लानिंग से इस बवाल में उतरे पत्थरबाजों पर पुलिस की हिदायत का कोई असर नहीं हुआ। पत्थरों की बारिश और तोडफ़ोड़ शुरू होते ही व्यापारी दुकानों का शटर डाउन करके घरों में दुबक गए। खिड़की और घर के बारजे से बवाल को देख रहे लोगों के चेहरे और आंखों में दहशत साफ दिखाई दे रही थी। दुकानों के बंद होने से पूरे इलाके में अघोषित कफ्र्यू जैसे हालात बन गए थे।

Posted By: Inextlive