एक साथ जली चाचा और भतीजे की चिता
प्रयागराज ब्यूरो । रामसूरत यादव शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के अमिलिहाई निवासी नर्मदा यादव का बेटा था। जबकि पुष्पराज यादव उसके भाई सोनकरन यादव का बेटा था। दोनों चाचा भतीजे जय गुरुदेव के शिष्य थे। बताते हैं कि रामसूरत भतीजे पुष्पराज के साथ बाइक से मंगलवार सुबह जय गुरुदेव के प्रचार में जा रहे थे। शिवराजपुर बाजार पेट्रोल पम्प के पास पहुंचे कि तेज रफ्तार डंपर ने टक्कर मार दिया। टक्कर लगते ही दोनों डंपर के पहिया के नीचे आ गए। दोनों के सिर व चेहरे को कुचलते हुए डंपर आगे बढ़ गया। हादसे को देखकर बाजार और आसपास के लोग शोर मचाते हुए दौड़ पड़े। लोगों को आते हुए देखकर डंपर सहित चालक भाग निकला। पब्लिक द्वारा खबर पुलिस को दी गई। शंकरगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। पहचान के बाद पुलिस द्वारा जानकारी दोनों के परिजनों को दी गई। परिजन पहुंचे और उनमें कोहराम मच गया। पुलिस के जरिए बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई। पोस्टमार्टम बाद बॉडी लेकर गांव पहुंचे परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। कहना था कि डंपर व उसके चालक को तत्काल गिरफ्तार किया जाय। पुलिस के आश्वासन पर लोग शांत हुए और दोनों की बॉडी का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस डंपर और चालक की तलाश की में जुटी रही।
महीने भर पूर्व घर आया था पुष्पराज
मृतक रामसूरत दो भाइयों में सबसे बड़ा था। शंकरगढ़ बाजार में वह लोहा व्यापारी के यहां मजदूरी का काम किया करता था। रामसूरत दो बेटे व दो बेटियों के अतिरिक्त पत्नी मालती देवी है। जबकि पुष्पराज दो भाइयों बड़ा था। पुष्पराज के दो बेटों में शिवेंद्र यादव पांच व सक्षम चार साल का है। बताते हैं कि पुष्पराज एक महीने पूर्व मुंबई से घर आया था।
मनोज कुमार सिंह, थाना प्रभारी शंकरगढ़